सतलुज में 70 हज़ार क्यूसिक पानी छोड़ा, अलर्ट जारी

श्री माछीवाड़ा साहिब, 13 अगस्त (बौबी खोसला): पिछले 2 दिनों से हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश कारण नदियाँ, नालों का पानी रोपड़ हैड वर्कस में इकट्ठा हो गया और वहाँ से आज सतलुज दरिया में 70 हज़ार क्यूसिक पानी छोड़ दिया गया और साथ ही अलर्ट जारी कर दिया गया कि यदि हिमाचल प्रदेश में आने वाले दिनों में बारिश पड़ती रही तो सतलुज दरिया में बाढ़ वाली स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। पत्रकारों की तरफ से जब आज सतलुज दरिया के धुस्सी बाँध का दौरा किया गया तो गाँव धुल्लेवाल जो कि सब से नाजुक स्थान बताया जा रहा है वहां पानी का बढ़ता स्तर किसानों की ज़मीन और ड्रेनज़ विभाग की तरफ से बनाईं ठोकरों को ढाह लगाता हुआ बाँध की तरफ बढ़ता आ रहा है। इस के इलावा सैसोंवाल खुर्द, शेरगढ़ मंड भी ड्रेनज़ विभाग की तरफ से नाजुक स्थान घोषित किये गए हैं और यहाँ भी सतलुज दरिया के पानी का बढ़ते स्तर से जहाँ दरिया में किसानों की फसलें डूबतीं जा रही हैं वहां ही जमीन को क्षति पहुंच रही है। सतलुज दरिया के धुस्सी बाँध की निगरानी कर रहे ड्रेनज़ विभाग के ऐस.डी.ओ कुलजिन्दर सिंह ने बताया कि इस समय दरिया में करीब 52 हज़ार क्यूसिक पानी चल रहा है और जो उन को सूचना जारी की गई है कि शाम तक दरिया में 70 हज़ार क्यूसिक पानी का बहाव चलेगा। उन्होंने बताया कि हिमाचल की पहाड़ियों में बारिश पड़ने का सिलसिला जारी रहा तो सतलुज दरिया में पानी का बहाव 1 लाख क्यूसिक तक पहुँच जायेगा जो कि खतरे वाली बात है। उन्होंने बताया कि सतलुज दरिया की स्थिति बारे उन की तरफ से उच्च आधिकारियों को रिर्पोट दीं जा रही हैं। फ़िलहाल तो स्थिति कंट्रोल में है परन्तु खतरे को देखते हुए अलर्ट भी जारी किया हुआ और दरिया पर ड्रेनज़ विभाग के कर्मचारी 24 घंटे नज़र रख रहे हैं। बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन के प्रबंध ढीले : सतलुज दरिया में पानी का स्तर बढ़ने के बाद बाढ़ के साथ निपटने के लिए प्रशासन की तरफ से कोई भी प्रबंध दिखाई नहीं दिए। बाढ़ के साथ निपटने के लिए प्रत्येक वर्ष धुल्लेवाल नज़दीक कंट्रोल रूम स्थापित किया जाता है जहाँ पुलिस, माल विभाग और ड्रेनज़ विभाग के कर्मचारी तैनात रहते हैं परन्तु कोई प्रबंध न दिखा। जब इस सम्बन्धित ऐस.डी.ऐम समराला गीतिका सिंह के साथ बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि सतलुज दरिया में पानी बढ़ने का मामला उनके ध्यान में है और बाढ़ की स्थिति के साथ निपटने के लिए फ़िलहाल दफ़्तर में ही कंट्रोल रूम स्थापित किया हुआ है।