ऐसे नियंत्रण करें झड़ते बालों पर...

आज के प्रदूषण भरे वातावरण, मिलावटी खानपान, आधुनिक लाइफ स्टाइल, जंक फूड के अधिक सेवन से बड़े शहरों में बालों का झड़ना एक आम समस्या बनता जा रहा है। उम्र के साथ या लम्बी बीमारी के बाद बाल झड़ना तो स्वाभाविक है, पर कम उम्र में बालों का झड़ना एक समस्या है। समय रहते इस समस्या को सुलझाने में समझदारी है।
बालों के झड़ने का मुख्य कारण तनाव, प्रदूषण, लम्बी बीमारी है। लम्बे समय तक तनाव के चलते बालों की जड़ें कमज़ोर हो जाती हैं। तनाव से दूर रहें।
* जंकफूड के बजाय घर का बना पौष्टिक आहार लें।
* दिन भर में 5 से 10 गिलास पानी अवश्य लें।
* बालों की नारियल, जैतून या सरसों के तेल की सप्ताह में कम से कम एक बार मालिश अवश्य करें। मालिश हल्के हाथों से और उंगलियों के पोरों से करें।
* ब्राह्मी या भृंगराज तेल का भी प्रयोग कर सकते हैं। तेल लगाने के बाद हॉट टॉवल थेरेपी करें, ताकि तेल जड़ों के अंदर तक पहुंच कर बालों को मज़बूत बनाने में मदद कर सकें।
* चौड़े दांतों वाली कंघी का प्रयोग करें।
* गीले बालों में कंघी न करें। बालों को प्राकृतिक रूप से सूखने दें।
* बाहर धूप में जाते समय छाते का प्रयोग करें। हो सके तो बालों को चुन्नी या कैप से ढकें, ताकि प्रदूषण का प्रभाव बालों पर कम हो और सूर्य की तेज़ किरणें बालों को प्रभावित न करें।
* बालों पर जैल, हेयर स्प्रे या अन्य हेयर प्रोडक्ट्स का प्रयोग कम से कम करें।
* उंगलियों के पोरों की सहायता से बालों पर शैंपू करें। फिर कंडीशनर लगाना भी न भूलें। शैंपू कर बालों को अच्छी तरह से धोएं ताकि शैंपू पूर्ण रूप से निकल जाए। कंडीशनर को बालों पर लगाएं, बालों की जड़ों में न लगाएं।
* प्रतिदिन साबुन व शैंपू का प्रयोग भूलकर भी न करें, क्योंकि इनमें हल्की मात्रा में एसिड का मिश्रण भी रहता है, जिनसे बाल रूखे होने लगते हैं, तथा उनकी जड़ें भी कमज़ोर होने लगती हैं।
* यदि आप अपने बालों में तेल का प्रयोग नहीं करना चाहती है तो रीठे को दरककर पानी में उबालें, तब इस पानी को छानकर बालों को धोयें। इससे आपके बालों में चमक आयेगी।
* शहद में केला मैश कर, थोड़ा सा मलाई रहित दूध मिलाकर मिश्रण को बालों पर लगाएं, कुछ समय बाद बाल धो लें।
* बालों में अंडे की जर्दी फेंट कर लगाएं और 15-20 मिनट बाद बाल धो लें। (उर्वशी) 
—सुदर्शन चौधरी