मैं यहां कुछ साबित करने नहीं आया हूं : सुशील

जकार्ता, 17 अगस्त (भाषा) : अनुभवी पहलवान सुशील कुमार को एशियाई खेलों से पहले एक टूर्नामेंट में हार से सामना करना पड़ा जिससे उनकी फार्म को लेकर चिंताएं बढ़ गयी है लेकिन उन्होंने दमखम बाकी होने का दावा करते हुए कहा कि वह यहां कुछ सबित करने नहीं है। ओलंपिक में भारत की ओर से एकल स्पर्धा में दो पदक जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी सुशील पिछले महीने जार्जिया में हुए त्बिलिसि ग्रां प्री में हार गये थे। चार साल में यह पहला मौका था जब सुशील पहले बाउट में ही हार कर बाहर हो गये। वह एशियाई खेलों की तैयारी के लिए जार्जिया गये थे। सुशील से जब हार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बेपरवाह होकर कहा, ‘‘ तो क्या हुआ। खिलाड़ी कभी जीतता है तो कभी हारता है। असली खिलाड़ी वही है जो हारने के बाद कड़ी मेहनत करके वापसी करता है। असली खिलाड़ी वह है जो जीतने के बाद भी मैट नहीं छोड़ता है। मैं भी वहीं करना चाहता हुं।’सुशील ने यहां अभ्यास सत्र के बाद पीटीआई से कहा, ‘‘ मैंने एशियाई खेलों के लिए अच्छी तैयारी की है लेकिन यहां कुछ साबित करने नहीं आया हूं। खुद को साबित करना खेल भावना के विपरित है। सुशील एशियाई खेलों में 74 किलोग्राम भारवर्ग में हिस्सा लेंगे लेकिन हाल में भारतीय कुश्ती महासंघ के अधिकारियों ने कहा था कि सुशील का फार्म में नहीं होना उनके लिये चिंता का विषय है। उन्होंने वादा किया कि आगे से किसी खिलाड़ी को ट्रायल से छूट नहीं दी जाएगी। उन्होंने सुशील के विकल्प पर दो पहलवानों को स्टैंडबाय पर भी रखा है। अगर सुशील आखिरी समय में खेलों से हटते है तो किसी और भेजा जा सके। सुशील से जब इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘ यह होता रहता है। लोग मुझसे प्यार करते हैं और मेरे अच्छे प्रदर्शन की कामना करते हैं। लोग कभी-कभी प्रतिक्रिया भी देते हैं। मैंने अपने जीवन में अच्छा प्रदर्शन किया है क्योंकि मैं एक सकारात्मक व्यक्ति हूं। मेरे कोच और टीम के साथी सभी अच्छे हैं और मेरी सोच सकारात्मक रखते है।’’