भारतीय टीम के लिए ‘करो या मरो’ का मुकाबला

नाटिंघम, 17 अगस्त (भाषा) : पहले दो टेस्ट में हार झेलने के बाद भारतीय टीम कल से यहां इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाले ‘करो या मरो’ के तीसरे टेस्ट में फतह हासिल कर वापसी करने के लिये बेताब होगी जिसके लिये वह टीम में कुछ बदलाव भी करना चाहेगी।  भारतीय टीम के लिये ट्रेंट ब्रिज में होने वाला यह टेस्ट उनके लिये सीरीज बचाने का अंतिम मौका होगा। टीम को पहले दो टेस्ट मैचों में एजेस्टन में 31 रन तथा लार्ड्स में पारी व 159 रन से हार का मुंह देखना पड़ा था। प्रतिस्पर्धी क्रिकेट के साढ़े पांच दिन में 0-2 से पिछड़ने के बाद कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री सही टीम संयोजन बनाना चाहेंगे। इस तरह भारतीय टीम कप्तान कोहली की अगुवाई में 38 मैचों में इतनी ही बार के संयोजन में खेलेगी। सबसे बड़ा बदलाव बीस वर्षीय रिषभ पंत के टेस्ट पदार्पण का होगा जो खराब फार्म में चल रहे दिनेश कार्तिक की जगह लेंगे जिन्होंने शायद लंबे प्रारूप में अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच खेल लिया है। चार पारियों में शून्य, 20, एक और शून्य के स्कोर के अलावा विकेटकीपिंग में भी खराब प्रदर्शन के बाद कार्तिक पंत को कैचिंग अभ्यास कराते दिखे। पंत ने नेट में काफी समय बल्लेबाजी करने में बिताया। पंत ने इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दो प्रथम श्रेणी मैचों में तीन अर्धशतक बनाये हैं जिसके बाद उन्होंने टीम में जगह बनायी।  रूड़की में जन्में इस युवा को जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्राड, क्रिस वोक्स और सैम करेन जैसे गेंदबाजों का सामना करना होगा जो उनके लिये परेशानियां खड़ी करने के लिये तैयार होंगे जैसा कि वे उनके सीनियरों के लिये कर चुके हैं।  पंत के पदार्पण को लेकर जहां इतनी दिलचस्पी बनी हुई है, वहीं प्रशंसक यह भी उम्मीद कर रहे होंगे कि कप्तान कोहली बल्लेबाजी करने के लिये फिट होंगे। पिछले मैच में स्विंग के मुफीद हालात में मिली हार के बाद भारतीय शिविर में मुख्य खिलाड़ियों की फिटनेस को लेकर आकलन जारी रहा। अच्छी खबर यह है कि जसप्रीत बुमरा फिट हो गये हैं तथा रविचंद्रन अश्विन और हार्दिक पंड्या लार्ड्स में बल्लेबाजी करते हुए लगी अपनी हाथ की चोट से पूरी तरह उबर गये हैं तथा कप्तान कोहली भी अपनी पीठ की समस्या से लगभग उबर गये हैं। कोहली की स्थिति में काफी सुधार हुआ है और उन्होंने कहा भी है कि वह जो रूट के साथ टास करने मैदान पर आयेंगे।