इतिहास का खजाना है  नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम

म्यूजियम एक ऐसा संस्थान है जो समाज की सेवा और विकास के लिए जनसामान्य के लिए खोला जाता है।  इसमें पृथ्वी, मानव और  पर्यावरण  की विरासतों के संरक्षण के लिए उनका संग्रह, शोध, प्रचार या प्रदर्शन किया जाता है जिसका उपयोग शिक्षा, अध्ययन और मनोरंजन के लिए होता है।  म्यूजियम की समाज के विकास में अहम भूमिका है, क्योंकि म्यूजियम में ही हमारे इतिहास के दर्शन होते हैं। लंदन के नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम को दुनिया के सबसे बेहतरीन म्यूजियमों में गिना जाता है। लंदन के साउथ केंसिंग्टन स्थित नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम में पृथ्वी के विकास की कहानी प्रदर्शित की गई है। यह म्यूजियम अनगिनत  ऐतिहासिक वस्तुओं और कलाकृतियों के लिए मशहूर है।  म्यूजियम में मानव के विकास सहित धरती के भौगोलिक और प्राकृतिक विकास से सम्बंधित हर पहलु की जानकारी उपलब्ध है। रोचक और सजीव ढंग से प्रदर्शित किया गया है कि पृथ्वी पर मानव जीवन से पहले विशाल और शक्तिशाली जीव थे जो बाद में विलुप्त हो गए और अब उनके जीवाश्म  हमारे लिए संरक्षित रखे गए हैं।  दुनिया के इतिहास की जानकारी जानने के इच्छुक लोगों विशेषकर बच्चों के लिए डायनासोर के जीवाश्म की एक पूरी गैलरी यहाँ मौजूद है। आधुनिक दुनिया में लोग हमेशा यह जानने और समझने का प्रयास करते  हैं कि हमारे पूर्वजों की उपस्थिति से पहले जीवन क्या था। नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम एक ऐसा स्थान है  जहां आप बच्चों के साथ एक दिन का समय व्यतीत कर सकते हैं और अतीत के बारे में ज्यादा से ज्यादा  जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह प्रागैतिहासिक जानवर, जंगली पौधों और विभिन्न कीड़ों के जीवन के रहस्यों को प्रकट करेगा। म्यूजियम अपने आप में किसी खजाने से कम नहीं है। म्यूजियम में स्थापित  विभिन्न गैलरियों में  भू-गर्भ एवं पृथ्वी की सृष्टि की वैज्ञानिक दृष्टिकोण की जानकारी, ज्वालामुखी, भूकंप, ब्रहमाण्ड, सौर मण्डल, विभिन्न ग्रहों की जानकारी के साथ पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति, भूगर्भीय वैज्ञानिक समय पृथ्वी की आयु, जीवन उत्पत्ति एवं प्राणियों के विकास की जानकारी  तथा विभिन्न क्षेत्रों में भौगोलिक रूप से पाये जाने वाले खनिजों व चट्टानों की जानकारी प्रदर्शित की गई है। इस स्थान पर आकर आप प्राणी और वनस्पति प्रकृति की वस्तुओं को देख सकते हैं । यहां मौजूद पत्थर व जीवाश्म हज़ारों नहीं बल्कि लाखों व करोड़ों साल पुराने हैं। कुछ पत्थर व जीवाश्म तो पृथ्वी के शुरुआती दौर के हैं। अनेक युगों के औजार, सिक्के, लोक कला को दर्शाती तस्वीरें  ऐसे ही हजारों दुर्लभ जीवाश्म यहां हैं। कई बेशकीमती रत्न भी मौजूद हैं। मछली, पेड़, हाथी जैसे जानवरों के जीवाश्म जैव विकास के सशक्त हस्ताक्षर हैं।  इमारत को चार मुख्य हॉल में विभाजित किया गया है। नीले क्षेत्र में डायनासोर, न्यूट्स, महासागरों और समुद्रों के निवासियों का प्रदर्शन है। हरे क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के कीड़ों, पौधों और विभिन्न पक्षियों को  प्रदर्शित किया गया है। लाल क्षेत्र में ज्वालामुखी और भूकंप के दृश्य दिखाये गए हैं। यहां  साइक्लोप्स की खोपड़ी का भी एक प्रदर्शन है।  पृथ्वी की उत्पत्ति और हमारे  पूर्वजों के जीवन को भी सजीव ढंग से दिखाया है। नारंगी क्षेत्र एक वन्यजीव उद्यान के समान है जहाँ  विभिन्न पौधों और  अद्भुत कीड़ों  को दिखाया गया है। म्यूजियम में प्रकृति के सबसे खूबसूरत और नायाब खजाने के कुछ खास नमूने प्रदर्शन के लिए रखे गए हैं।  म्यूजियम की गैलरी, द वॉल्ट में  दुनियाभर के जवाहरात, नग, क्रिस्टल, धातु और उल्का पिंडों के संग्रह का प्रदर्शन किया गया है।  यह नमूने अपने सौंदर्य, इतिहास और दुर्लभता के कारण पसंद किए गए हैं।  इनमें सोने का एक भारी टुकड़ा, मंगल ग्रह का एक उल्का पिंड और 296 रंगीन हीरे हैं। इनमें से कुछ नमूने तो इतने अद्भुत हैं कि उनका मूल्य आँकना ही संभव नहीं है, खासतौर पर वैज्ञानिक दृष्टिकोण से। एक नमूने में मंगल ग्रह का वह दुर्लभ उल्का पिंड नाखला है जो 1911 में मिस्र की जमीन पर आ गिरा था। भवन के सामने के मुख्य द्वार से प्रवेश करते ही आप देखेंगे केंद्रीय हॉल का सुंदर और मनमोह लेने वाला दृश्य। इस हाल  की सजावट चार्ल्स डार्विन की मूर्तिकला है जो मुख्य सीढ़ी पर है। यहां पर भारी आकार का पहला प्रदर्शन है लगभग पन्द्रह सौ साल पुराना डायनासोर का एक बड़ा कंकाल ।

-मो.- 94144-41218