हरियाणा में चुनाव लड़कर जीत हासिल करेगा शिअद : सुखबीर

कुरुक्षेत्र, 19 अगस्त : शिरोमणि अकाली दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने ऐलान किया कि पार्टी हरियाणा में चुनाव लड़ेगी और जीत भी हासिल करेगी। इतना ही नहीं, उन्होंने कुछ लुभावनी चुनावी घोषणाएं करते हुए हरियावासी सिखों, पंजाबियों और अन्य बिरादरियों को एक झंडे के नीचे एकत्रित होकर चुनावी जंग जीतने का मंत्र भी दिया। वे पार्टी की हरियाणा इकाई द्वारा पिपली अनाजमंडी में आयोजित जन चेतना रैली में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे। रैली में उमड़े जनसमूह से खुश नज़र आ रहे सुखबीर ने हरियाणा में सरकार बनने पर किसानों को ट्यूबवैल बिल माफ करने, ट्यूबवैल कनैक्शन नि:शुल्क देने, गरीब व किसानों का 50 हजार रुपये तक का नि:शुल्क स्वास्थ्य बीमा करने और दलित परिवारों को 400 यूनिट बिजली नि:शुल्क देने के साथ-साथ कर्मचारियों, दलितों, किसानों, व्यापारियों व अन्य वर्गों के लिए कल्याणकारी नीतियां अपनाने की घोषणा की। रैली में महिलाओं की भरपूर उपस्थिति से गद्गद् स. बादल ने मंच से पार्टी महिला विंग प्रदेशाध्यक्षा बीबी रविंदर कौर की पीठ थपथपाते हुए उन्हें साधुवाद दिया। बादल ने तो यहां तक कह डाला कि पंजाब में उन द्वारा की गई रैलियों में भी कभी महिलाओं की इतनी संख्या नहीं होती। इसके लिए उन्होंने हरियाणावासी महिलाओं की भी सराहना करते हुए कहा कि अब उन्हें चुनावी जीत असंभव नहीं लगती। उन्होंने कहा कि सिख कौम ने विश्वभर में अपनी अलग पहचान बनाई है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण कनाडा के मंत्रिमंडल में 5 सिखों के शामिल होने से मिलता है। इसके अलावा अमरीका, थाईलैंड आदि देशों में भी सिखों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि देश को आज़ाद करवाने में सबसे ज्यादा योगदान सिखों व पंजाबियों का रहा है। दु:ख इस बात का है कि देश-विभाजन से अधिकांश सिखों व पंजाबियों के घर उजड़ गए और उन्हें नए सिरे से जीवनयापन करना पड़ा। आज़ादी संघर्ष करने वाले जिन देश प्रेमियों को अंग्रेजी हूकुमत ने कालापानी (अंडेमान-निकोबार द्वीप समूह) की सज़ा सुनाई, उनमें 99 प्रतिशत सिख कौम के लोग शामिल रहे।  उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा सिखों पर किए गए अत्याचारों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। जिन लोगों ने सिख नरसंहार किया, कांग्रेस ने उन्हें सत्ता में बैठा कर सिख कौम के जख्मों पर नमक छिड़का है। जब तक इन लोगों को सजा नहीं मिलती, पार्टी कानूनी लड़ाई लड़ती रहेगी। इस मौके पर एसजीपीसी की अंतरिम कमेटी सदस्य संत गुरमीत सिंह तिलोकेवाला, एसजीपीसी सदस्य जत्थेदार बलदेव सिंह कैमपुर, भूपिंदर सिंह असंध, बीबी मनजीत कौर गधौला, समाना हल्का पटियाला से एसजीपीसी सदस्य जत्थेदार अमरजीत सिंह पंजरथ, धर्म प्रचार कमेटी के सदस्य तजिंदरपाल सिंह ढिल्लो, वीरभान मेहता, सुखबीर सिंह मांडी, प्रो. आरएस भट्टी, सुखजिंदर सिंह मसाना, तजिंदर सिंह मक्कड़, करतार सिंह कक्कड़, गुरचरण सिंह जुनेजा, करतार सिंह दामली, दिलबाग सिंह, अमरीक सिंह नत्त, प्रेम सिंह लाडवा, बलबीर सिंह राही सहित अन्य मौजूद रहे। महिलाओं की पीठ थपथपाई बीबी जगीर कौर ने : शिरोमणि अकाली महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्षा बीबी जगीर कौर ने रैली में उमड़े जनसमूह को देख कर गद्गद नज़र आई। उन्होंने जनसमूह को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आधी लड़ाई आप ने जीत ली है और शेष चुनाव के समय फतेह कर ली जाएगी। भारी संख्या में रैली में पहुंची महिलाओं की संख्या देख कर बीबी जगीर कौर ने महिला विंग की प्रदेशाध्यक्षा बीबी रविंदर कौर अजराना और नारी जाति की पीठ थपथपाई। हरियाणा की जनता शिअद को देख रही विकल्प के रूप में : प्रो. चंदूमाजरा : सांसद प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि रैली में उमड़ी भीड़ ने दर्शा दिया है कि हरियाणा की जनता शिअद अन्य राजनैतिक दलों की अपेक्षा अच्छे विकल्प के रूप में देख रही है। शिअद एक ऐसी पार्टी है, जो हर वर्ग को अपने साथ लेकर चलती है। उन्होंने कहा कि स्वयं को मज़बूत बनाने के लिए शिरोमणि अकाली दल का समर्थन करें और फिर अपनी हर समस्या का समाधान प्राथमिकता के रूप में करवाएं।  सिख कौम ने हर अभियान में फतेह हासिल की : भूदंड़ : राज्यसभा सांसद बलविंदर सिंह भूदड़ ने सिख इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि सिख कौम ने जो भी अभियान या फिर मोर्चा चलाया, उसमें फतेह हासिल की है। अब हरियाणा में सरकार बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसमें पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को जनता के सहयोग से सफलता हासिल करेगी। उन्होंने कहा कि सीमा पर सबसे पहले सिख कौम के जवानों को दुश्मनों से लोहा लेने के लिए भेजा जाता है, लेकिन जब सिख कौम के हित में कार्य करने का समय आता है, तो केंद्र व प्रदेश सरकारें चुप्पी साध लेती हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी आज तक यही होता आया है, इसलिए पार्टी ने यहां चुनाव लड़कर सिखों व पंजाबियों सहित हर बिरादरी को मज़बूत बनाने का निर्णय लिया है।  सुखबीर सिंह बादल को दिखाए काले झंडे : जनसमूह को संबोधित कर रहे सुखबीर सिंह बादल के भाषण में कुछ समय के लिए खलल पड़ा, जब शिरोमणि अकाली दल अमृतसर के कुछ कार्यकर्ता काले झंडे लेकर रैली स्थल पर पहुंच गए। उन्होंने खालिस्तान जिंदाबाद और शिरोमणि अकाली दल के विरोध में नारेबाजी की।