महिला बैडमिंटन टीम जापान से हारी

जकार्ता, 20 अगस्त (साबी/ वार्ता) : स्टार शटलर पीवी सिंधू का एकमात्र साहसी प्रदर्शन भारतीय महिला बैडमिंटन टीम की जीत के लिये नाकाफी साबित हुआ और उसे 18वें एशियाई खेलों में सोमवार को बैडमिंटन टीम स्पर्धा में शीर्ष वरीयता प्राप्त जापान के हाथों क्वार्टरफाइनल मैच में 1-3 से हार झेलनी पड़ी। भारतीय टीम इस हार के साथ ही पदक होड़ से बाहर हो गयी। भारतीय महिला टीम ने चार साल पहले पिछले एशियाई खेलों में टीम स्पर्धा में जापान के साथ कांस्य पदक जीता था लेकिन इस बार उसकी चुनौती क्वार्टरफाइनल में ही टूट गयी। भारतीय टीम को सीधे क्वार्टरफाइनल में प्रवेश मिला था जहां वह जापान की शेष खिलाड़ियों से पार नहीं पा सकी। बेस्ट ऑफ फाइव के इस टूर्नामेंट में ओलंपिक रजत पदक विजेता सिंधू ही भारत के लिये एकमात्र मैच जीत पायीं। सिंधू ने विश्व की दूसरे नंबर की खिलाड़ी अकाने यामागुची को लगातार गेमों में 21-18, 21-19 से पराजित कर भारत को बढ़त दिलाई। लेकिन महिला युगल में एन सिक्की रेड्डी और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी को अलग करने का निर्णय गलत साबित हुआ। सिक्की और आरती सारा को एक टीम में उतारा गया जिन्हें यूकी फुकुशिमा और सयाका हिरोतो ने लगातार गेमों में 21-15, 21-6 से हरा दिया। युगल टीम की हार के बाद राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण विजेता सायना नेहवाल पर जिम्मेदारी थी कि वह टीम को बढ़त दिलायें लेकिन जापान की नोजोमी ओकुहारा ने उन्हें 21-11, 23-25, 21-16 से हराकर जापान को 2-1 से आगे कर दिया। युगल में अश्विनी पोनप्पा के साथ सिंधू को उतारा गया ताकि भारत को बराबरी मिल सके लेकिन भारतीय जोड़ी मिसाकी मात्सुमोतो और अयाका ताकाहाशी के हाथों 13-21, 12-21 से हार कर मुकाबला गंवा बैठी। जापान ने 3-1 की जीत के साथ सेमीफाइनल में स्थान बना लिया।  इससे पहले पुरूष बैडमिंटन टीम ने मालदीव को 3-0 से हराकर क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया था जहां उनका सामना मेजबान इंडोनेशिया से होगा।