सावन के अंतिम सोमवार को शिवभक्तों का उमड़ा सैलाब

देवघर/पटना, 20 अगस्त (आईएएनएस)। भगवान शिव के अतिप्रिय श्रावण महीने के अंतिम सोमवार को बिहार और झारखंड के सभी शिवालयों में आस्था का जनसैलाब उमड़ा। शिवभक्त बम-बम भोले और हर-हर महादेव के मंत्रोच्चार के बीच जलाभिषेक कर रहे हैं। इस बीच द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से सबसे महिमामंडित झारखंड के देवघर स्थित कामना ज्योतिर्लिंग (बैद्यनाथ धाम) में भक्तों की भारी भीड़ देखी जा रही है। एक अनुमान के मुताबिक, यहां अंतिम सोमवार को करीब दो लाख श्रद्घालुओं के पहुंचने की उम्मीद है।  बैद्यनाथ धाम में शिवभक्त ज्योतिर्लिंग के जलाभिषेक के लिए रात से ही कतार में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते दिखे। बिहार के सुल्तानगंज से गंगा का पवित्र जल लेकर 105 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर कांवड़िये (शिव भक्त) बैद्यनाथ धाम पहुंचे और कामना लिंग पर जलाभिषेक किया। तड़के तीन बजे की विशेष पूजा के बाद से ही यहां भक्तों ने बारी-बारी कर ज्योतिर्लिंंग पर अरघा जलार्पण व्यवस्था के तहत जलाभिषेक करना शुरू किया। सावन के महीने में देश के कोने-कोने से श्रद्घालु बाबा बैद्यनाथ का जलाभिषेक करने आते हैं। बैघनाथ धाम के पुजारी जय कुमार द्वारी पंडा का कहना है कि पौराणिक मान्यता है कि सावन में भगवान शिव की भक्तों पर खास कृपा होती है। बाबा भोले की पूजा करने से भक्तों को सुख, शांति और समृद्घि की प्राप्ति होती है। उन्होंने बताया, ‘‘इस अंतिम सोमवारी को 12 वर्षों के बाद रविपद्म और सौभाग्यसुंदरी सहित अर्द्घचंद्र योग बना है जो अति हर दृष्टिकोण से लाभप्रद माना जाता है।’’ देवघर जिला जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि एक अनुमान के मुताबिक, आज दो लाख श्रद्घालुओं के यहां पहुंचने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि देवघर के मंदिर परिसर से श्रद्धालुओं की 12 किलोमीटर लंबी लाइन लगी हुई है और लोग आगे बढ़ रहे हैं।