ओलंपिक में पदक जीतना है अगला लक्ष्य : दुती

नयी दिल्ली, 31 अगस्त (भाषा)  : एशियाई खेलों में दो रजत पदक जीतने वाली फर्राटा धाविका दुती चंद ने आज यहां कहा कि उनका अगला लक्ष्य ओलंपिक खेलों में देश के लिए पदक जीतना है। एशियाई खेलों की व्यक्तिगत स्पर्धा में दो पदक जीतकर पीटी उषा, ज्योर्तिमय सिकदर जैसी एथलीटों की श्रेणी में शामिल होने वाली दुती ने कहा कि इस जीत के बाद अब वह और कड़ा अभ्यास करेंगी ताकि ओलंपिक में पदक जीतने का सपना पूरा हो सके। दुती चंद ने जकार्ता में चल रहे एशियाई खेलों में महिलाओं की 200 मीटर दौड़ और 100 मीटर में रजत पदक अपने नाम किया। वह इन दोनों स्पर्धाओं में बहरीन की एडिडियोंग ओडियोंग से पिछड़ गयी। उन्होंने स्वदेश लौटने के बाद कहा, ‘‘ इस साल अब कोई बड़ी प्रतियोगिता नहीं है और ओलंपिक के लिए मेरे पास दो साल का समय है। ओलंपिक से पहले अगले साल एशियाई चैम्पियनशिप में भी भाग लेना है। इन दो वर्षों में मैं पूरी जी-जान से अभ्यास करूंगी ताकि देश का नाम ओलंपिक में भी ऊंचा कर सकूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे कड़ा प्रशिक्षण करना है और उसके लिए जरूरी चीजें मुझे मुहैया करायी जा रही है , ऐसे में जाहिर है प्रदर्शन अच्छा होगा।’’ यहां कलिंगा औद्योगिक प्रौद्योगिकी संस्थान (केआईएसएस) द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में पहुंची ओडिशा की इस एथलीट ने कहा कि देश में भी प्रतियोगिता काफी बढ़ गयी है जिसका असर सभी एथलीटों के प्रदर्शन पर दिख रहा है। उन्होंने कहा कि 200 मीटर में हिमा के अयोग्य करार दिये जाने का उन्हे दुख हुआ था। उन्होंने कहा, ‘‘हिमा को समझना होगा कि 100 और 200 मीटर में कोई जोखिम नहीं ले सकते। मैंने उससे इस बारे में बात की थी। अगर वह अयोग्य नहीं होती तो हम 200 मीटर में दो पदक जीत सकते थे।’’  दुती की इस सफलता पर राज्य सरकार ने उन्हें तीन करोड़ रुपये (एक पदक के लिए डेढ करोड़ रुपये) नकद पुरस्कार और अभ्यास तथा प्रशिक्षण का खर्च उठाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा, ‘‘ अब इस घोषणा के बाद मैं खुले दिमाग से अभ्यास कर सकूंगी।’’