जापान ने हॉकी में पूरा किया गोल्डन डबल

जकार्ता, 1 सितम्बर (जतिंदर साबी) : जापान ने हैरतअंगेज वापसी करते हुए मलेशिया को पेनल्टी शूटआउट में शनिवार को 3-1 से हराकर 18वें एशियाई खेलों की पुरुष हॉकी प्रतियोगिता का स्वर्ण पदक जीत लिया। जापान ने इस तरह पहली बार एशियाई खेलों में हॉकी का स्वर्ण पदक जीता। जापान की महिला टीम ने इससे पहले कल भारत को 2-1 से हराकर स्वर्ण पदक जीता था। 2020 टोक्यो ओलंपिक के मेजबान जापान ने इस तरह एशियाई खेलों में हॉकी का गोल्डन डबल पूरा कर लिया। जापान और मलेशिया के बीच निर्धारित समय तक स्कोर 6-6 से बराबर रहा। इसके बाद शूटआउट में जापान ने 3-1 से बाजी मार ली। सेमीफाइनल में गत चैंपियन भारत को सडन डैथ में 7-6 से हराने वाला मलेशिया फाइनल में शूटआउट में ही मात खा गया। इस हार के लिए मलेशिया खुद जिम्मेदार रहा जिसके पास आधे समय तक 4-2 और 50वें मिनट तक 5-2 की बढ़त थी। लेकिन जापान ने कमाल की वापसी करते हुए 52वें , 53वें और 58वें मिनट में गोल कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। मलेशिया ने 59वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर गोल कर 6-5 की बढ़त बनाई लेकिन जापान ने 13 सेकेंड शेष रहते पेनल्टी कॉर्नर पर गोल कर स्कोर 6-6 से बराबर कर दिया। शूटआउट में जापानी खिलाड़ी ज्यादा बेहतर साबित हुए और पहली बार स्वर्ण पदक ले उड़े। एशियाई खेलों के इतिहास में फाइनल में शूटआउट होने का यह तीसरा मौका था। इस हार के साथ मलेशिया के हाथों से पहली बार स्वर्ण पदक जीतने और सीधे ओलंपिक का टिकट हासिल करने का मौका निकल गया।