राजस्थान द्वारा वैट घटाने से पड़ोसी राज्यों पर बढ़ा दबाव

जालन्धर, 10 सितम्बर (शिव शर्मा): राजस्थान सरकार द्वारा पैट्रोल व डीज़ल पर लगभग 4 प्रतिशत वैट की दर घटाने से उत्तरी राज्यों में पंजाब सहित कई राज्य सरकारों पर वैट की दर घटाने का दबाव बढ़ गया है क्योंकि उत्तरी राज्य में पंजाब में पैट्रोल व डीज़ल सबसे महंगा है। 
राजस्थान सरकार द्वारा पैट्रोल व डीज़ल पर लगभग 4 प्रतिशत वैट की दर घटाई गई है, जबकि पंजाब में इसके मुकाबले काफी अधिक वैट की दर लागू है। उत्तरी राज्यों में पैट्रोल व डीज़ल की 16.74 फीसदी, दिल्ली में पैट्रोल पर 27 फीसदी व डीज़ल पर 17.24 फीसदी, हरियाणा में पैट्रोल पर 26.25 फीसदी व डीज़ल पर 17.22 फीसदी, हिमाचल में पैट्रोल पर 24.43 व डीज़ल पर 14.38 फीसदी, राजस्थान में पैट्रोल पर 30.80 व डीज़ल पर 24.09 फीसदी, चंडीगढ़ में सबसे कम पैट्रोल पर 19.76 फीसदी व डीज़ल पर 11.42 फीसदी वैट है। पंजाब के पैट्रोल पम्प मालिकों की के संगठन पिछले पांच वर्षों से और लोगों द्वारा यह मांग की जा रही है कि पंजाब के सभी पैट्रोल पम्पों के अलावा सीमावर्ती पैट्रोल पम्पों का चढ़ीगढ़ सहित पड़ोसी राज्यों पर पैट्रोल व डीज़ल की दर घट होने के कारण पंजाब में इसका ज्यादा नुक्सान हो रहा है। पंजाब को चाहे हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर में वैट की दर कम होने से ज्यादा नुक्सान हो रहा है परंतु दूसरी ओर पंजाब को इस समय सबसे ज्यादा चंडीगढ़ में पैट्रोल व डीज़ल की दर सबसे कम होने के कारण ज्यादा नुक्सान हो रहा है। पंजाब के मुकाबले चंडीगढ़ में पैट्रोल लगभग 7 रुपए व डीज़ल करीब 2.50 रुपए प्रति लीटर सस्ता है। पैट्रोल, डीज़ल पर वैट न घटाने के लिए एक मिसाल यह दी जा रही है कि यदि वैट की दर घटाई गई तो इससे वैट वसूली कम हो जाएगी पर विभाग का यह दावा आधारहीन है। चंडीगढ़, हरियाणा व हिमाचल प्रदेश में पैट्रोल और डीज़ल पर वैट की दर कम होने से न सिर्फ पैट्रोल पम्प मालिकों को वित्तीय नुक्सान हो रहा है, बल्कि सरकार को वैट वसूली भी ज्यादा आ रही है।