पीड़ित लड़की के पिता को फौजदारी केस में उलझाने का प्रयास

फरीदकोट, 12 सितम्बर (अ.स. 2012 में हुए फरीदकोट के बहुचर्चित नाबालिग लड़की अपहरण कांड के मुख्यारोपी निशान सिंह व उसकी मां नवजोत कौर की पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में सज़ा के खिलाफ की गई अपीलें खारिज़ होने व पीड़ित परिवार को 90 लाख रुपए मुआवज़ा देने के फैसले का पीड़ित परिवार ने खुशी का प्रगटावा किया है। दूसरी ओर पीड़ित परिवार को जहां अभी भी धमकियों का सामना करना पड़ रहा है वहीं उन्हें कथित झूठे फौजदारी केस में फंसाने का प्रयास भी किया जा रहा है। आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए पीड़़ित लड़की के पिता अश्वनी सचदेवा व माता सीमा सचदेवा ने कहा कि एक्शन कमेटी व मीडिया द्वारा दिए गए साथ के चलते ही उन्हें और उनकी बेटी को इंसाफ मिला है। उन्होंने समूह लोगों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने इस लड़ाई में उनका साथ दिया। बता दें कि पंजाब एण्ड हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा इस मामले में विगत 31 अगस्त को सुनाए गए अपने एक फैसले में जहां घटना के मुख्यारोपी निशान सिंह व अन्य आरोपियों की अपीलें खारिज़ कर दी वहीं कथित आरोपी निशान सिंह व उसकी माता की सारी संपत्ति की नीलामी करके पीड़ित परिवार को 90 लाख रुपए का मुआवज़ा अदा करने के आदेश दिए हैं। जस्टिस ए.बी. चौधरी व जस्टिस इंद्रजीत सिंह पर आधारित खंडपीठ ने एक अहम फैसले में ज़िला डिप्टी कमिश्नर को कथित आरोपियों की संपत्तियाें की नीलामी करके प्राप्त राशि में से 50 लाख पीड़ित लड़की व 20-20 लाख उसके माता-पिता को देने के आदेश दिए हैं। अपने आदेशों में खंडपीठ ने यह सारी कार्यवाही 10 सप्ताह में पूरी करने का आदेश दिया है। पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट का मुआवजा की वसूली संबंधी आदेश डिप्टी कमिश्नर फरीदकोट को मिल चुका है। डिप्टी कमिश्नर की हिदायतों पर माल विभाग ने मुआवजे की वसूली हेतु निशाल सिंह की जायदाद की पहचान करनी शुरू कर दी है। आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए पीड़ित लड़की व माता पिता ने कहा कि उन्हें अदालत पर पूरा भरोसा था। उन्होंने बताया कि कथित आरोपी द्वारा अभी तक सीधे व असीधे तौर पर उन्हें नुक्सान पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि निशान सिंह के आपराधिक पृष्ठभू्मि व गैंगस्टरों से संबंध होने के कारण पीड़ित परिवार अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा है। इस मामले में संघर्ष करने वाली एक्शन कमेटी के सदस्य गुरदित्त सिंह सेखों ने बताया कि 2012 में हुई इस घटना के पश्चात पीड़ित लड़की का पिता अश्वनी सचदेवा शारीरिक तौर पर विकलांग हो गया है और लाचार हुए अश्वनी कुमार के खिलाफ एक नेपाली लड़की द्वारा झूठी शिकायत देकर फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। चाहे इस मामले की जांच ज़िला पुलिस प्रमुख द्वारा स्वयं की जा रही है पर परिवार को और मानसिक संताप सहने पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा आज अश्वनी सचदेवा को जांच के लिए बुलाया गया था और पूरा दिन पूछताछ की गई। एक्शन कमेटी ने संदेह जाहिर किया कि गैंगस्टर काका नेपाली निशान सिंह के करीबी साथियों में से एक है और अब नेपाली लड़की की शिकायत दर्ज करवा कर किसी साजिश को अंजाम दे रहा है। एक्शन कमेटी ने ज़िला पुलिस को चेतावनी दी कि वह इस मामले में किसी भी तरह की लापरवाही न करे।उधर ज़िला पुलिस मुखी राजबचन सिंह ने कहा कि इस मामले की वह पूरी गहनता से जांच कर रहे हैं और जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार ही कार्यवाही होगी। फिलहाल उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस की है।