संगरूर अदालत में गूंजी जस्टिस रणजीत सिंह कमिशन की रिपोर्ट

संगरूर, 13 सितम्बर (हरीश चन्द्र) : दो वर्ष पहले मालेरकोटला में धार्मिक ग्रंथ कुरान-ए-सरीफ की बेअदबी की घटित घटनाटों के संबंध में मालेरकोटला पुलिस थाने में दर्ज मामले की संगरूर अदालत में चल रही सुनवाई ने उस समय नया मोड़ ले लिया जब विधायक नरेश यादव के वकील नरपाल सिंह धालीवाल ने अदालत के आगे मांग की कि पंजाब में घटित बेअदबी की घटनाओं के संबंध में पंजाब सरकार द्वारा गठित किए जस्टिस रणजीत सिंह कमिशन की रिपोर्ट को चल रहे मामले की फाईल में शामिल किया जाए। वकील स. धालीवाल ने अदालत को बताया कि बेअदबी की घटना से कुछ दिन पहले बेअदबी की घटना के कथित मुख्य आरोपी विजय कुमार के बैंक खाते में 90, 11, 750 रुपए जमा हुए। रिपोर्ट में साफ है कि विजय कुमार आर.एस.एस. का प्रचारक रह चुका है। वकील द्वारा अदालत के आगे यह भी मांग की गई कि खाते में इतनी बड़ी राशि कहां तथा क्यों आई इसकी जांच के लिए कम से कम एस.पी. रैंक के अधिकारी की नियुक्ति की जाए। अतिरिक्त सैशन जज दिनेश कुमार ने इस संबंधी 20 सितम्बर को सरकारी पक्ष को जबाव पेश करने के लिए कहा है। बाद में बातचीत करते विरोधी गुट के नेता  हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि विजय कुमार ने अपनी जमानत की अपील में साफ कहा था कि उससे नरेश यादव का नाम राजनीतिक तथा पुलिस दबाव तहत कहलाया गया है। इससे साफ है कि उस समय की अकाली भाजपा सरकार ने आम आदमी पार्टी को बदनाम करने के लिए इस मामले में दिल्ली से पार्टी के विधायक नरेश यादव का नाम एक साजिश तहत डलवाया। इस मामले की और जांच होने से सारी कहानी सामने आ जाएगी। कथित मुख्य आरोपी विजय कुमार के वकील अश्विनी चौधरी तथा राज कुमा गोयल ने कहा कि नरेश यादव के वकीलों द्वारा एक कानूनी मामले को जानबूझ कर राजनीतिक रंगत दी जा रही है। उन्होंने अदालत में अपील की है कि मपामले में लगे देशद्रोह के आरोपों पर बहस शुरू की जाए।