‘आप’ नेता की पत्नी ने ही साथियों संग मिल कर करवाया था कत्ल

बठिंडा, 13 सितम्बर (डॉ. पवन शर्मा) : बठिंडा पुलिस ने 10 सितम्बर को बठिंडा जिले के गांव जेठूके निवासी व आम आदमी पार्टी के नेता और जिला परिषद् की मतदान में उम्मीदवार हरविन्द्र सिंह उर्फ  हिन्दा के हुए अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाते कत्ल के जिम्मेदार उसकी पत्नी किरण पाल कौर और पत्नी के तीन अन्य साथियों को गिरफ्तार किया है, जबकि इस वारदात में किरण पाल कौर का एक और साथी सन्दीप कुमार उर्फ  बंटी मानसा अभी फ रार है। इंस्पैक्टर जनरल पुलिस बठिंडा जोन एमएफ  फारूकी  ने प्रैस कान्फ्रैं स के दौरान यह जानकारी देते हुए बताया की पुलिस टीमों में एसएसपी डॉ. नानक सिंह के नेतृत्व में एसपीडी स्वर्ण सिंह खन्ना ने हरविन्दर सिंह हिन्दा के कत्ल की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने विभिन्न टीमें जिन में स्पैशल स्टाफ  सीआईए-2 तथा पुलिस पार्टी की टीमों को शामिल किया गया था। आईजी फ़ ारूकी ने बताया कि जांच-पड़ताल के उपरांत पुलिस ने कुछ ही समय में इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाते हुए मृतक हरविन्दर सिंह हिन्दा जेठूके के कत्ल के लिए ज़िम्मेदार उसकी पत्नी किरणपाल कौर, एक तांत्रिक अथवा बुझारत बूझने का काम करने वाले किरनपाल कौर के साथी मक्खन राम उर्फ  मक्खन बाबा पुत्र नूरा सिंह पुत्र लाल चंद निवासी माड़ी जो बिल्कुल ही अनपढ़ है, चमकौर सिंह उर्फ  कोरी पुत्र हरदेव सिंह निवासी माड़़ी, जैमल सिंह पुत्र डीसी सिंह निवासी भैणी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि किरणपाल का एक ओर साथी सन्दीप कुमार उर्फ बंटी पुत्र दर्शन कुमार अग्रवाल निवासी बैहणीवाल जिला मानसा अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है। आईजी श्री फारूकी ने बताया कि पुलिस की जांच-पड़ताल से विदित हुआ है कि मृतक हरविन्दर सिंह हिन्दा की पत्नी किरण पाल कौर (32 वर्ष) के सन्दीप कुमार उर्फ  बंटी अग्रवाल के साथ नाजायज सम्बन्ध थे जो कि उसके साथ विवाह करना चाहती थी। जिस को लेकर हरविन्दर सिंह हिन्दा और किरण पाल कौर के मध्य अक्सर लड़ाई-झगड़ा होता रहता था। बनाई गई योजना के अंतर्गत मक्खन बाबा ने किरण पाल कौर के साथ अपने सम्बन्ध और घनिष्ट करने के लिए उसके पास काम करते चमकौर और जैमल को हिन्दा के कत्ल के लिए 50-50 हज़ार रुपए का लालच देकर राजी कर लिया। इस के उपरांत बनाई गई योजन के अंतर्गत किरण पाल कौर ने अपने पति को नींद की गोलियां अंडों की भुर्जी में मिला कर उसे बेहोश कर दिया और फोन करके मक्खन बाबे, जैमल और चमकौर सिंह को घर बुला लिया, जहां इन सभी ने मिल कर हाकी की चोटें मार कर और तकिए (सिराहने) के साथ हरविन्दर हिन्दा का मुंह बंद कर के उस का कत्ल कर दिया।