विश्वकप की तैयारी करने उतरेंगे एशियाई देश

दुबई, 14 सितम्बर (वार्ता) : एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट के शनिवार से संयुक्त अरब अमीरात में शुरू होने जा रहे 14वें संस्करण में छह बार के चैंपियन भारत सहित एशिया महाद्वीप की सभी टीमें खिताब के लिये अपनी चुनौती रखेंगी, हालांकि उनकी निगाहें इस टूर्नामेंट के जरिये अगले वर्ष होने वाले आईसीसी वनडे विश्वकप के लिये खुद को दावेदार के रूप में पेश करने पर लगी होंगी।वर्ष 1984 में शुरू हुये एशिया कप का यह 14वां संस्करण है जहां भारतीय क्रिकेट टीम एक बार फिर खिताब की सबसे बड़ी दावेदार के रूप में उतर रही है। भारतीय टीम ने 1984, 1988, 1990-91, 1995, 2010 और 2016 में छह बार एशिया कप के खिताब जीते हैं। दो वर्ष पूर्व हुये पिछले संस्करण में भारत ने मेजबान बंगलादेश को आठ विकेट से हराकर रोमांचक जीत दर्ज की थी और इस वर्ष संयुक्त अरब अमीरात में वह अपने खिताब का बचाव करने उतरेगा। हालांकि भारतीय टीम के लिये यह राह उतनी आसान नहीं होगी जहां उसके सामने ग्रुप ए में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान की कड़ी चुनौती रहेगी। ग्रुप की अन्य टीम हांगकांग है वहीं ग्रुप बी में श्रीलंका, बंगलादेश और अफगानिस्तान की टीमें अपनी चुनौती रखेंगी। एशिया कप में भारतीय टीम का पहला मुकाबला हांगकांग से होगा जिसके मैचों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने वनडे दर्जा प्रदान किया है। एशिया कप में हमेशा की तरह इस बार भी भारत और पाकिस्तान के ही मैच को लेकर सबसे अधिक हो-हल्ला है। दोनों पड़ोसी मुल्कों के बीच तनावपूर्ण रिश्ते होने के कारण प्रशंसकों को आईसीसी टूर्नामेंटों के जरिये ही उनके बीच मैदान पर भिड़ते देखने को मिलता है। भले ही भारत और पाकिस्तान 19 सितंबर को एशिया कप के अपने मुकाबले को एक सामान्य मैच बता रही हों लेकिन इस हाईप्रोफाइल मैच को लेकर माहौल हमेशा अलग ही होता है। वहीं क्रिकेट प्रेमियों को एसोसिएट हांगकांग के जरिये एक नयी टीम को देखने का भी मौका मिलेगा जिसने एशिया कप क्वालिफायर जीतकर टूर्नामेंट में क्वालीफाई किया है।