एक्टिंग में डिग्री लीजिए भविष्य को सुरक्षित कीजिए

आमतौर पर जब हम अभिनय या एक्टिंग की बात करते हैं तो लगता है जैसे किसी हीरो या हीरोइन की बात कर रहे हैं। लेकिन अभिनय की दुनिया अब इतनी ही स्थूल नहीं रही बल्कि जैसे-जैसे हमारी जिंदगी में टेक्नोलॉजी की हिस्सेदारी बढ़ी है, जैसे-जैसे हमारी जिंदगी का डिजिटलाइजेशन हुआ है, वैसे-वैसे अभिनय हमारी जिंदगी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। सोशल मीडिया के प्रभुत्व वाले इस दौर में सही मायनों में विजुअल रिवोल्यूशन हुआ है। आज जिंदगी के हर क्षेत्र में बोलती जिंदा तस्वीरों ने कब्जा कर लिया है। आप यू-ट्यूब खोलते हैं और लाखों-लाख वीडियो आपके सामने नमूदार हो जाते हैं। उन सब में चाहे जिस किस्म का कंटेंट हो, लेकिन इस बात की गारंटी है कि उन सब में भरपूर अभिनय मौजूद है। हालांकि पारंपरिक तौर से कहना हो तो आज भी हम यही कहते हैं अभिनय एक परफॉर्मिंग आर्ट है, जो सिनेमा, थिएटर और इसी तरह के दूसरे मंचों के लिए होता है। बहरहाल अगर हम अभिनय के बृहद कैनवास पर नजर डालें तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि भविष्य में जब मौजूदा डिजिटल रेवोल्यूशन और ज्यादा विस्तारित होगी, तब इसकी कितनी ज्यादा मांग होगी। जी, हां इसलिए नये सिरे से अभिनय को भविष्य के उन सबसे उर्वर कॅरिअर क्षेत्रों में शामिल किया गया है, जहां माना जाता है कि आने वाले दिनों में बड़े पैमाने पर नौकरियां पैदा होंगी। इसलिए जिन लोगों में जरा भी अभिनय की क्षमता, संभावना या रूचि हो और अपने लिए किसी ऐसे पाठ्यक्रम की खोज कर रहे हों, जो उन्हें भविष्य में सुरक्षित कॅरिअर के प्रति आश्वस्त कर सके तो उन्हें एक्टिंग के कोर्स के बारे में सोचना चाहिए। एक्टिंग या अभिनय के पाठ्यक्रम हमारे अंदर की कई कुशलताओं को निखारते हैं मसलन- ये हमें हमारे डिक्शन यानी लहजे को जरूरत के हिसाब से बदलना सिखाते हैं। चेहरे की भावभंगिमाओं से अभिव्यक्ति करना सिखाते हैं। नृत्य, वाइस ओवर और उन तमाम माध्यमों के बारे में व्यवस्थित ढंग से बताते हैं, जो अभिनय कला के लिए जरूरी होते हैं। एक्टिंग कोर्स करने के यही फायदे होते हैं। अगर आप जन्मजात नकल उतारने में माहिर होते हैं तो अभिनय तो आप बिना एक्टिंग सीखे भी कर लेते हैं, लेकिन कहां, किस तरह के और कैसे अभिनय की जरूरत है या कि अभिनय के साथ- साथ और किन किन कुशलताओं का होना इस क्षेत्र में सफलता के लिए जरूरी है, यह नहीं समझ पाते। शायद इसलिए जन्मजात अच्छे अभिनेताओं को भी बड़े अभिनेता व्यवस्थित ढंग से अभिनय की सीख देते हैं।  आज की तारीख में अभिनय कला भी बहुत विस्तृत हो गई और हर किसी के हिस्से हर चीज नहीं आती।      

                         -नरेंद्र कुमार