अधिक वैट होने पर भी वसूली में हरियाणा से पिछड़ा पंजाब

जालन्धर, 16 सितम्बर (शिव शर्मा): पैट्रोल, डीज़ल पर अधिक वैट होने के बावजूद और इस बार महंगे होने के सभी रिकार्ड टूटने के बाद भी पंजाब के लिए बुरी खबर है कि वह वैट वसूली मामले में हरियाणा से बुरी तरह से पिछड़ गया है और वैट वसूली का फर्क ही जो कि कभी 1500 से ले कर 1600 करोड़ के करीब था और अब यह फर्क 2000 करोड़ का हो गया है। समझा जाता है कि पैट्रोल, डीज़ल महंगा होने से ही 300 करोड़ के करीब वैट वसूली घट गई है। अब तक तो पंजाब का जी.एस.टी. विभाग पैट्रोल और डीज़ल पर वैट की दर इस कारण नहीं घटा रहा था क्योंकि यह दावे पेश किए जा रहे थे कि यदि वैट की दरें घटाई गईं तो वैट वसूली कम हो जाएगी परन्तु अब नए आए आंकड़ों ने विभाग के दावों का पर्दा भी उतार दिया है क्योंकि अधिक वैट दरें होने के बावजूद पंजाब अपने पड़ोसी राज्य से पीछे रह गया है। पी.पी.ए.सी. के नए जारी हुए आंकड़ों में इस वसूली का ज़िक्र किया गया है जिसके मुताबिक वर्ष 2014-15 में पंजाब को पैट्रोल और डीज़ल से 4179 करोड़ रुपये की वैट वसूली आई और वर्ष 2015-16 में यह बढ़कर 4907 करोड़, वर्ष 2016-17 में यह वसूली 5833 करोड़ और वर्ष 2017-18 में यह वसूली घट कर 5658 करोड़ रह गई थी। इसी तरह पंजाब के पड़ोसी राज्य हरियाणा में पैट्रोल और डीज़ल पर वैट वसूली वर्ष 2014-15 में 5112 करोड़, वर्ष 2015-16 में 5977 करोड़, वर्ष 2016-17 में 7000 करोड़ व वर्ष 2017-18 में यह वसूली बढ़ कर 7655 करोड़ तक पहुंच गई है। पंजाब हरियाणा इस वर्ष 11 जून, 2018 तक 2000 करोड़ रुपये आगे निकल गया है। इस समय पंजाब में पैट्रोल पर पंजाब में वैट की दर 35.25 प्रतिशत और डीज़ल पर 16.82 प्रतिशत तक हरियाणा में पैट्रोल पर 26. 25 प्रतिशत और डीज़ल पर 14.36 प्रतिशत वैट की दर है जबकि चंडीगढ़ में पैट्रोल पर 19.76 प्रतिशत और डीज़ल पर 11.42 प्रतिशत वैट की दर है। पंजाब का जी.एस.टी. विभाग व वित्त विभाग अब तक यह मान कर चल रहे थे कि पंजाब में पैट्रोल और डीज़ल पर वैट की दर चाहे अधिक है और इस कारण उनकी वैट वसूली अधिक आ रही है परन्तु पैट्रोल और डीज़ल की इस वर्ष के पहले 6 महीनों की वसूली ने यह असमंजस दूर कर दिए हैं कि पंजाब में वैट वसूली औंधे मुंह गिर गई है। इसका एक कारण तो यह भी बताया जा रहा है कि दूसरे राज्यों से सस्ता पैट्रोल और डीज़ल पंजाब में तस्करी द्वारा लाकर बेचा जा रहा है जबकि दूसरी तरफ पंजाब के सीमावर्ती पम्पों की जगह इन क्षेत्रों के लोग हरियाणा के पैट्रोल पम्पों से पैट्रोल, डीज़ल की खरीद करने में आगे हो गए हैं। पंजाब पैट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के प्रवक्ता श्री मौंटी सहगल ने कहा कि वह कई बार सरकार के पास समस्या उठाते रहे हैं कि यदि उन्होंने वैट की दरें न घटाईं तो उनकी वैट वसूली घट जाएगी और यह अंदेशा सही हो गया है। क्योंकि लोगों ने पैट्रोल, डीज़ल के महंगे होने के कारण इसकी खरीद हरियाणा की तरफ बढ़ा दी है।