नन दुष्कर्म मामलार् बिशप ने अग्रिम ज़मानत के लिए दायर की याचिका


कोच्चि, 18 सितम्बर (भाषा) : नन से दुष्कर्म के आरोपी जालन्धर के 54 वर्षीय बिशप फ्रेंको मुलक्कल ने आज केरल उच्च न्यायालय में अग्रिम ज़मानत याचिका दायर की, जिस पर 25 सितम्बर को सुनवाई होगी। बिशप फ्रेंको मुलक्कल ने अग्रिम ज़मानत की याचिका में दावा किया है कि उनके खिलाफ आरोप एक गढ़ी हुई कहानी है, जिसका उद्देश्य बदला लेना है।
बिशप फ्रेंको की ज़मानत अपराह्न न्यायमूर्ति राजा विजयराघवन के समक्ष सुनवाई के लिये आई तो याचिकाकर्ता ने संभावित गिरफ्तारी से बचने के लिए किसी प्रकार की अंतरिम राहत का अनुरोध नहीं किया। उच्च न्यायालय ने याचिका पर सुनवाई 25 सितम्बर तक के लिए टाल दी, तब वह पुलिस की दलीलें सुनेगा। कानूनी विशेषज्ञों की मानें तो हो सकता है कि अग्रिम ज़मानत की याचिका अदालत में लंबित होने के दौरान पुलिस मुलक्कल को गिरफ्तार नहीं करे। हालांकि अगर पर्याप्त सबूत हुए तो वह उन्हें गिरफ्तार कर भी सकती है। मुलक्कल ने आज सुबह अग्रिम ज़मानत की याचिका दायर की थी और अपने खिलाफ लगे आरोपों को गढ़ी हुई कहानी बताया था। बिशप ने दावा किया कि आरोप लगाने वाली नन के खिलाफ उन्हें कई शिकायतें मिली थीं जिन पर उन्होंने कार्रवाई की थी। इसी का बदला लेने के लिए उनके खिलाफ आरोप लगाए गए और इसके लिए उक्त कहानी गढ़ी गई। आरोप लगाने वाली नन जालन्धर डायोसिस के तहत आने वाले धर्म संघ में सेवारत हैं। निर्दोष होने का दावा करते हुए बिशप ने यह भी कहा कि कि नन की शिकायत कुछ और नहीं बल्कि काल्पनिक कहानी है। नन ने आरोप लगाया है कि वरिष्ठ कैथोलिक बिशप ने वर्ष 2014 से 2016 के बीच उनका कई बार यौन उत्पीड़न किया।