बेअदबी संबंधी 117 सदस्यीय ‘पंथक असैम्बली’ का गठन

अमृतसर, 19 सितम्बर (जसवंत सिंह जस्स): श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटनाओं के मामलों को लेकर विभिन्न पंथक संगठनों से संबंधित सिख नेताओं ने एक प्लेटफार्म पर इकट्ठे होते विधानसभा की तर्ज़ पर 117 सदस्यीय ‘पंथक असैम्बली’ का गठन करने का ऐलान किया है, जिसका पहला अधिवेशन 20-21 अक्तूबर को अमृतसर में रखा गया है इस बात का प्रकटावा आज यहां जल्दी से बुलाई गई प्रैस कांफ्रैंस दौरान पत्रकारों के साथ बातचीत करते शिरोमणि कमेटी के पूर्व महासचिव सुखदेव सिंह भौर, पूर्व जत्थेदार ज्ञानी केवल सिंह, अकाल पुर्ख की सेना से संबंधित जसविन्द्र सिंह एडवोकेट, नवकिरण सिंह एडवोकेट, प्रो. जगमोहन सिंह लुधियाना, कंवरपाल सिंह दल खालसा, भाई सतनाम सिंह खंडा, खुशहाल सिंह चंडीगढ़ आदि ने कहा कि पंथक असैम्बली ऐतिहासिक ‘गुरमत्ते’ की परम्परा को फिर जीवित करने का एक सुहृदय प्रयास होगा, जिनके द्वारा सिख कौम को दरपेश चुनौतियों का हल निकाला जा सकेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब की धार्मिक व राजनीतिक संस्थाओं ने सिख कौम को लम्बे व थोड़े समय मामलों के हल संबंधी बुरी तरह कोसा है, जिस कारण सत्ताधारी व विरोधी गुट प्रति बढ़ते गुस्से ने आम लोगों को गलियों व सड़कों पर आने के लिए मजबूर कर दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि 117 सदस्यीय असैम्बली में पेश होने वाले मुद्दों व इसमें शामिल होने वालों संबंधी फैसला इस संबंधी बनाई गई 11 सदस्यीय पंथक असैम्बली जत्थेबंदक कमेटी, जिसमें ज्ञानी केवल सिंह, हरपाल सिंह चीमा, सिमरनजीत सिंह, नवकिरन सिंह एडवोकेट, कंवरपाल सिंह, सुखदेव सिंह भौर, प्रो. जगमोहन सिंह, जसविन्द्र सिंह एडवोकेट, सतनमम सिंह खंडा, बीबी कुलवंत कौर, खुशहाल सिंह चंडीगढ़ शामिल हैं, द्वारा ही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि असैम्बली में पंथ के अंदरूनी व बाहरी मामलों को विचारा जाएगा व उनके हल निकाल कर संसार भर के सिखों सामने रखा जाएगा। इस अवसर पर बीबी कुलवंत कौर, खुशहाल सिंह, कुलजीत सिंह ब्रदज़र् सहित अन्य नेता भी उपस्थित थे।