वैटीकन के नज़दीक ड्रोन उड़ाने के आरोप में दक्षिण अफ्रीकी व्यक्ति को इटली छोड़ने का आदेश

मिलान (इटली), 20 सितम्बर (इन्द्रजीत सिंह लुगाना): आज के युग में पूरी दुनिया ड्रोन के द्वारा नज़ारे देख रही है। जिसको कभी हैलीकॉप्टर या जहाज द्वारा ही देखना संभव था। ड्रोन की आंख यानि कैमरे ने लोगों को उन ऐतिहासिक अजूर्बों को नज़दीक से दर्शन करवा दिए, जिनको नज़दीक से ही देखना खतरे से खाली नहीं था। बेशक ड्रोन एक बहुत ही बढ़िया खोज है पर देश की सुरक्षा को लेकर ड्रोन संबंधी दुनिया भर के देशों की अलग-अलग राय है। पर कई देशों में इसको सार्वजनिक तौर पर उपयोग करना अपराध है। खास करके यहां पर लोग लाखों की संख्या में इकट्ठे होते हैं। इटली में हवाबाजी कानून की उल्लंघना करना अपराध है जिसके लिए आरोपी को 113,000 यूरो तक जुर्माना हो सकता है। इटली में बीते दिन एक 25 वर्षीय दक्षिणी अफ्रीकी ने बैटिकन नज़दीक अपने ड्रोन को उस समय उड़ा दिया था जब पोप फ्रांसीसी वैटीकन में प्रार्थना कर रहे लोगों की अगुवाई कर रहे थे। इटली पुलिस ने अफ्रीकी को तुरंत गिरफ्तार कर उसके ड्रोन को भी कब्ज़े में ले लिया। अफ्रीकी के इस जुर्म के लिए पुलिस प्रशासन ने उसको इटली छोड़ने का आदेश सुना दिया। जिसकी इटली भाईचारे व मीडिया में खूब चर्चा हो रही है, पर दक्षिणी अफ्रीकी एबैंसी रोम ने इस घटना के ऊपर कोई भी बयान नहीं दिया क्योंकि उन्हें पता है कि इस तरह की सख्ती देश की सुरक्षा के हित में है जब कोई गैर-कानूनी काम को अंजाम दे। इससे पहले भी पिछले वर्ष राजधानी रोम स्थित ऐतिहासिक इमारत कलोसियम के पास एक फ्रांसीसी सैलानी ने ड्रोन को उड़ाया था जिसके लिए उसको 3000 यूरो जुर्माना भरने के साथ-साथ ड्रोन से भी हाथ धोना पड़ा था। उसका ड्रोन भी पुलिस ने जब्त कर लिया था। वर्ष 2016 में भी वैनिस में एक सैलानी को ऐतिहासिक इमारत में ड्रोन का प्रयोग करने के लिए जुर्माना हो चुका है।