‘आओ धरती मां बचाईये पराली नू अग्ग न लाईये’ संदेश से पी.ए.यू. में किसान मेले का शुभारंभ

लुधियाना, 20 सितम्बर (सुधीर अग्निहोत्री) : ‘आओ धरती माँ बचाईयों, पराली नू अग्ग न लाईयें’ शीर्षक सहित पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में शुरू 2 दिवसीय किसान मेले का उद्घाटन करने के बाद मुख्यातिथि श्री वी.पी. बदनौर राज्यपाल पंजाब ने कहा कि पंजाब के किसान प्रगतिशील है इस लिए वह नई तकनीक अपना लेते हैं। इस मौके विशेष अतिथी के रूप में अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति श्री हामिद करजई विशेष अतिथि के रूप में पहुंचे। श्री बदनौर ने संबोधन दौरान कहा कि पंजाब के किसानों ने अपनी मेहनत के कारण देश के अनाज भंडारण को भरपूर कर आनाज के पक्ष के आत्म निर्भर बनाने में जो योगदान दिया है, उसकी कोई उदाहरण नहीं है। उन्होंने पंजाब के किसानों की प्रशंसा करते हुए कहा कि राजस्थान के किसानों को कृषि करने की जांच सिखाने में पंजाबी किसानों का अहम योगदान है। उन्होंने किसानों से कृषि अवशेष न जलाने की अपील करते हुए हैप्पी सीडर का प्रयोग करने की बात कही। श्री हामिद करजई ने व भारत विशेषत: पंजाब के साथ अपने पुराने संबंध का जिर्क किया। उन्होंने पंजाब के लोगाें की महमाननिवाज तबीयत की प्रशंसा की। उन्होंने पंजाब की भूमि की हरियाली को पंजाबी किसान की मेहनत का परिणाम बताया। पंजाब किसान भलाई कमिशन के चेयरमैन श्री अजयवीर जाखड़ ने कहा कि पंजाब का उत्पादन पूरे देश से औसत से ज्यादा है। उन्होंने कहा कि पंजाब के किसानों को नई उदाहरण पेश करके अपने प्राकृतिक स्रोतो की संभाल हेतु आगे आना होगा। उप-कुलपति डा. बलदेव सिंह ढिल्लों ने कहा कि पी.ए.यू. किसानों को आय की अपेक्षा कीमत कम करने हेतु जागरूक होना चाहिए। उन्होंने कृषि अवशेषों को न जलाने के हर संभव प्रयास को अपनाने पर जोर दिया। डा. अमरजीत सिंह नंदा उप-कुलपति वैटनरी यूनिवर्सिटी ने पशु व्यवसाय पर चर्चा की। अन्याें के अतिरिक्त डा. जसविंदर भल्ला, डा. सतबीर सिंह कौसल, डा. दर्शन सिंह बराड़, डा. पुष्पिदंर सिंह औलख, डा. जसबीर सिंह बैंस, डा. राजिंदर सिंह सिद्धू आदि विशेष रूप से उपस्थित थे।