अब सारा ध्यान विश्व चैंपियनशिप पर लगाऊंगा : बजरंग

नई दिल्ली, 22 सितम्बर (वार्ता): राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों के स्वर्ण विजेता पहलवान बजरंग पुनिया ने देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न के लिए उन्हें नजरअंदाज किये जाने को लेकर अपनी नाराजगी को दरकिनार कर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप पर ध्यान लगाने का फैसला किया है।  बजरंग ने 48 घंटे पहले कहा था कि यदि उन्हें केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से न्याय नहीं मिला तो वह अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। लेकिन अपने गुरु योगेश्वर दत्त की सलाह के बाद बजरंग ने अदालत जाने का इरादा छोड़ दिया है।   इंडोनेशिया में 18वें एशियाई खेलों में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाने वाले बजरंग की हालांकि खेल मंत्री से मुलाकात हो गयी थी जिसमें राठौड़ ने उन्हें मामले को देखने का आश्वासन दिया था। इस मुलाकात के दौरान ओलम्पिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर भी अपने शिष्य के साथ थे और उन्होंने ही बजरंग को सलाह दी थी कि वह इन सब विवादों में उलझने के बजाय अपने खेल तथा ट्रेनिंग पर ध्यान लगाएं।   बजरंग ने भी कहा, मैंने योगी भाई की सलाह पर कोर्ट जाने का इरादा छोड़ दिया है। मेरा ट्रेनिंग का काफी समय खराब हुआ है। मैं अब अपना पूरा ध्यान विश्व चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करने और स्वर्ण पदक जीतने पर लगाऊंगा। मुझे सिर्फ अपने प्रशंसकों और देशवासियों के प्यार की जरूरत है।