हरिके हैड वर्क्स से छोड़े गए पानी ने हथाड़ क्षेत्र में मचाई तबाही

हरिके पत्तन, 26 सितम्बर (रितू कुन्द्रा) : बारिश रुकने के कारण डैमों में पानी की आमद कम हो गई है लेकिन गत तीन दिनों दौरान हुई बारिश का कहर अबी भी जारी है। हरिके हैड वर्कस यहां कि ब्यास सतलुज दरिया का संगम होता है से डाऊन स्ट्रीम को छोड़े गए पानी ने हथाड़ क्षेत्र में भारी तबाही मचाई है। ज़िला तरनतारन व फिरोज़पुर क्षेत्र के दरिया किनारे पड़ती ज़मीन में 10-10 फीट तक पानी भर चुक्का है और दर्जन से ज्यादा गांवों के लोगों की हज़ारों एकड़ से ज्यादा फसल बाढ़ के पानी की भेंट चढ़ चुकी है। कटाई लिए तैयार धान की फसल तबाह होने के कारण किसान भारी निराशा में थे। हरिके हैड वर्कस से डाऊन स्ट्रीम वाले तरफ पड़ते गांव घड़ुम, वस्ती लाल सिंह, कुत्तीवाला आदि का निरीक्षण किया गया तो बांध के अंदर दरिया वाले तरफ पड़ती फसलें कई-कई फीट पानी में डुबी हुई थी। गांव कुत्तीवाला क्षेत्र में कई किसान नाव से अपने घरों में सामान निकाल रहे हैं। मोटर वाले कक्ष व कुछ किसानों की बहके भी पानी में घिर चुके हैं। किसान सर्वण सिंह, वस्सण सिंह, लक्खा सिंह, बिक्कर सिंह, घुल्ला सिंह, बलजीत सिंह, हरपाल सिंह, गुरमीत सिंह, हरप्रीत सिंह, बजन सिंह, सुखविंदर सिंह आदि ने बताया कि इस पानी से हमारा सब कुछ बर्बाद हो गया है। उन्होंने बताया कि किसानों द्वारा दरिया के पास अस्थाई बनाया गया बांध टुट जाने के कारण तेज पानी के बहाव ने फसलें बर्बाद कर दी है। गांव घड़ुंम नज़दीक रहते प्रवासी मज़दूरों का रिहायशी कक्ष भी पानी की चपेट में आ गए है और यह मज़दूर सड़क किनारे खुले आसमान के नीचे रहने लिए मज़बूर है। हरिके हैड वर्कस में पानी का स्तर बढ़ कर 68 हजार क्यूसिक पर पहुंचा : बारिश के रुकने के कारण भाखड़ा ब्यास मैनेजमैंट द्वारा 25 सितम्बर को पौंग डैम से ज्यादा पानी छोड़ने का फैसला टाल दिया गया था लेकिन ब्यास व सतलुज दरिया द्वारा पहुंच रहे पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। यह पानी राज्य में विभिन्न जगहों पर हुई भारी बारिश का है। सायं 4 बजे मिली रिपोर्ट मुताबिक हरिके हैड वर्कस के अप स्ट्रीम में 70299 क्यूसिक पानी की आमद थी और डाऊन स्ट्रीम को 52634 क्यूसिक पानी छोडा गया और विभाग द्वारा लोअ फल्ड घोषित किया। एस.डी.ओ मुकेश गोयल ने बताया कि पानी लगातार बढ़ रहा है।