दवाइयों की ऑनलाइन बिक्री के खिलाफ कैमिस्टों की हड़ताल 

अमृतसर, 28 सितम्बर (सुरिन्द्र कोछड़): देश भर में सरकार द्वारा आनलाईन दवाइयों की शुरू की गई विक्री के फैसले के खिलाफ आज राष्ट्रीय स्तर पर कैमिस्टों की हड़ताल के कारण राज्य में 25 हज़ार से अधिक कैमिस्टों ने दुकानें बंद रख कर अपना विरोध प्रकट किया। इस मध्य विभिन्न ज़िलों में कैमिस्ट  एसोसिएशन के प्रतिनिधियों द्वारा डिप्टी कमिश्नरों और सिविल सर्जनों को देश के प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री और विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के लिए अपनी मांगों के हक में मांग पत्र सौंपे गए। नशे की ओवर डोज़ के कारण मौत के मुंह में पहुंच चुके नौजवानों के लिए दवाइयां की आनलाईन विक्री को ज़िम्मेवार बताते हुए आल इंडिया कैमिस्ट एसोसिएशन के महासचिव सुरिन्दर दुग्गल ने बताया कि दवाइयों की आनलाईन विक्री के शुरू किए सिस्टम को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे जहां आनलाईन नशे  की विक्री में वृद्धि होगी, वहीं सरकार को टैक्स के रूप में करोड़ों रुपये देने वाले कैमिस्ट कारोबारियों का व्यापार बिल्कुल तबाह हो जाएगा। उन्होंने कहा कि ड्रग एंड  कास्मैटिक एक्ट के मुताबिक कोई भी दवाई रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट ही दे सकता है, जबकि भारत व राज्य सरकार ने आनलाईन दवाइयों की विक्री पर खुल कर जहां बड़े घरानों को लाभ पहुंचाने का काम किया है, वहीं देश के 8.5 लाख और पंजाब के 25 हज़ार दवाई विक्रेताओं और उनकी दुकानों पर काम करने वाले लगभग 50 लाख कर्मचारियों की रोज़ी-रोटी को प्रभावित किया है, जिससे कैमिस्टों की दुकानों पर काम करने वाले कर्मचारियों को बेरोज़गारी की मार झेलनी पड़ सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जारी की गई इस सुविधा के साथ ही शुरू किए गए ‘तंदरुस्त पंजाब’ मिशन को आनलाईन नशे वाली दवाइयों की विक्री के कारण बड़ा नुक्सान हो रहा है, जिस कारण सरकार को अपने यह फैसले तुरन्त बर्खास्त कर देने चाहिएं। उन्होंने बताया कि हड़ताल के कारण देश भर में कैमिस्टों ने अपनी दुकानें मुकम्मल तौर पर बंद रख कर सरकार के विरुद्ध रोष प्रदर्शन किया।