लोगों की सेवा करने वाले कर्मी वेतन से वंचित

लुधियाना, 1 अक्तूबर (पुनीत बावा) : गत अकाली-भाजपा  सरकार समय लोगों को विभिन्न सरकार सेवाएं उनके घर के नज़दीक मुहैया करवाने का उद्देश्य से तीन श्रेणियों में बांटकर 2147 सेवा केन्द्र खोले गए थे, परंतु मौजूदा सरकार द्वारा 1647 सेवा केन्द्र बंद करने के बावजूद लोगों की सेवा करने वाले कर्मी अपने वेतनों से कई महीनों से वंचित है। जानकारी के अनुसार मौजूदा कांग्रेस सरकार द्वारा अकाली-भाजपा  सरकार समय सेवा केन्द्रों का ठेका बी.एल.एस. कंपनी को दिया गया था, जोकि पंजाब के 22 ज़िलों में टाइप-1, टाइप-2 और  टाइप-3  के सेवा केन्द्र चलाती थी परंतु मौजूदा कांग्रेस सरकार ने सरकारी खजाने पर बौझ बन रहे लोगों की कम आय वाले सेवा केन्द्रों को बंद करने के साथ-साथ बी.एल.एस. के साथ-साथ मोहाली के डाक्टर आई.टी.नामक कंपनी  को भी सेवा केन्द्रों को चलाने के लिए दाखिल कर लिया। कांग्रेस सरकार ने पंजाब के 22 ज़िलों में 16 ज़िलों का ठेका बी.एल.एस. कंपनी और 6 ज़िलों की सेवा केन्द्रों का ठेका मोहाली के डाक्टर आई.टी. नामक कंपनी को दिया है। सरकार ने पंजाब को 3 ज़ोनों में बांटा है, जिसके तहत एक ज़ोन में 158 सेवा केन्द्र डाक्टर आई.टी. कंपनी के पास हैं, जबकि 2 ज़ोनों के 355 सेवा केन्द्रों में बी.एल.एस. कंपनी ही काम करती रहेगी। सेवा केन्द्र में काम करने वाले कर्मियों की संख्या पहले 3500 के लगभग थी, परंतु अब 1647 सेवा केन्द्र बंद होने के साथ कर्मियों की संख्या 1500 लगभग रह गई है। सेवा केन्द्रों में काम करने वाले कर्मियों की संख्या  बेशक कम हो गई है, परंतु सेवा केन्द्र में 10 से 15 हज़ार रुपए प्रति महीना वेतन लेने वाले कर्मियों को कंपनियों द्वारा पैसा देने से आनाकानी की जा रही है। बी.एल.एस. कंपनी में डाक्टर आई.टी. कंपनी में गए कर्मियों को कंपनी द्वारा 15 सितम्बर तक वेतन देने का विश्वास दिया था परंतु उनको आज तक विश्वास के बिना अन्य कुछ नहीं मिला।