पंजाब में कांग्रेस चुनावी गठबंधन के पक्ष में नहीं : मुख्यमंत्री

चंडीगढ़, 3 अक्तूबर (हरकवलजीत सिंह): कांग्रेस के राष्ट्रीय  अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा आगामी लोकसभा चुनावों को मुख्य रखकर चुनाव गठबंधनों संबंधी राज्यों की राय प्राप्त करने के लिए बनाई गई सब कमेटी के साथ आज दिल्ली में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह व प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ द्वारा प्रदेश में लोकसभा चुनावों के लिए किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ गठबंधन की ज़रूरत को रद्द करते हुए स्पष्ट किया कि पंजाब में कांग्रेस सभी 13 सीटें अकेली लड़ने में सक्षम है और कांग्रेस को प्रदेश में किसी अन्य पार्टी के साथ चुनाव गठबंधन की आवश्यकता नहीं है। केन्द्र में वामदलों, आम आदमी पार्टी व बहुजन समाज पार्टी जिनका राज्य में कुछ आधार है, संबंधी पहले प्रदेश स्तर पर भी गठबंधन की सम्भावनाओं संबंधी विचार किया गया था और पार्टी द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया कि गत दिवस राज्य में ज़िला परिषद् व ब्लाक समितियों के हुए चुनावों के दौरान केवल बी.एस.पी. ने ही अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन बहुजन समाज पार्टी द्वारा मध्य प्रदेश व राजस्थान के आगामी विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस से गठबंधन न करने के लिए गए फैसले के बाद पंजाब में बहुजन समाज पार्टी के साथ किसी चुनाव गठबंधन की सम्भावनाओं पर विचार करने की ज़रूरत समाप्त हो गई है। सूचना के अनुसार दिल्ली में आज कांग्रेस हाईकमान द्वारा अहमद पटेल, ए.के. एंटनी, जयराम रमेश, मलिकार्जुन खड़गे व गुलाम नबी आज़ाद द्वारा यह बैठक ली गई। कल केन्द्रीय खाद्य मंत्री के साथ मुलाकात निश्चित है, जिस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा उनके साथ राज्य में धान की खरीद के लिए खरीद लिमिट बिना किसी देरी जारी करने की मांग उठाई जाएगी, क्योंकि प्रदेश में धान की खरीद 1 अक्तूबर से शुरू हो गई है और रिज़र्व बैंक द्वारा प्रदेश को अब तक खरीद कैश क्रैडिट लिमिट जारी नहीं की गई, जिस कारण खरीदी जाने वाली फसल की अदायगी एक बड़ी समस्या बन सकती है। मुख्यमंत्री ने आज दिल्ली में बातचीत करते हुए नशों की खेती को कानूनी रूप देने का विरोध किया और कहा कि वह प्रदेश को नशे के हाथों तबाह होने की अनुमति नहीं देंगे।