नई खेल नीति के टोक्यो ओलम्पिक में आएंगे सार्थक परिणाम : राणा सोढी

चंडीगढ़, 4 अक्तूबर  (अजायब सिंह औझला) : पंजाब सरकार की नई खेल नीति के आगामी टोकियो ओलंपिक खेलों में सार्थक नतीजे सामने आएंगे। उन्होंने आज यहां पत्रकारों से कहा कि नयी नीति से राज्य में खेल के लिए रचनात्मक माहौल पैदा होगा तथा  खिलाड़ियों की नकद पुरुस्कार राशि में वृद्धि से उनका उत्साह वर्धन होगा। पिछली सरकार की 2010 में बनाई खेल नीति में समय अनुसार बदलाव करने की ज़रूरत थी जो अब नयी खेल नीति में कर दिए हैं।  श्री सोढी ने कहा कि एशियाई और राष्ट्रमंडल/ पैरा स्पोर्टस के पदक विजेताओं को दी जाने वाली नगद राशि में तीन गुणा वृद्धि करने का फ़ैसला किया गया है। एशियाई खेल के स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमवार एक करोड़, 75 लाख रुपए और 50 लाख रुपए और राष्ट्रमंडल खेल के स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमवार 75 लाख रुपए, 50 लाख और 40 लाख रुपए से सम्मानित किया जाएगा। उनके अनुसार खेल विभाग की तरफ से 11 अक्तूबर को चंडीगढ़ में विशेष समारोह रखा गया है जिसमें जकार्ता एशियाई खेल और गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेल के पदक विजेता पंजाबी खिलाड़ियों को बढ़ी हुई ईनाम राशि से सम्मानित किया जाएगा। खेल मंत्री ने कहा कि पिछले 6 सालों से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुकाबलों के पदक विजेता खिलाड़ियों को दिए जाने वाले नगद इनाम और महाराजा रणजीत सिंह अवार्ड बकाया हैं जिनको अब कांग्रेस सरकार ने देने का फैसला किया है। नवम्बर में 814 खिलाड़ियों को नगद पुरुस्कार दिए जाएंगे और महाराजा रणजीत सिंह अवार्ड भी दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अवार्ड विजेताओं का 1 लाख रुपए का स्वास्थ्य जीवन बीमा भी मुफ्त किया जाएगा। खिलाड़ियों के प्रशिक्षण पर भी ध्यान दिया जा रहा है। पदक विजेता खिलाड़ियों को सीधे नौकरी पर भर्ती करना भी खेल नीति का हिस्सा है। 25 साल से कम उम्र के पदक विजेता खिलाड़ी को नौकरी नहीं होने पर सीधे एक मुश्त तनख्वाह पर रखा जायेगा। श्री सोढी ने कहा कि प्रशिक्षकों को प्रेरित करने के लिए ओलम्पिक/ एशियाई/ राष्ट्रमंडल खेल और विश्व चैम्पियनशिपों में पदक विजेता खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने वालों को भी नगद इनाम दिया जायेगा। इसी तरह पदक विजेता खिलाडिय़ों को मिलने वाली पैंशन में भी वृद्धि की गई है। ओलम्पिक पदक विजेता को 15 हज़ार रुपए, एशियाई/ राष्ट्रमंडल खेल में पदक विजेता को 7500 रुपए और राष्ट्रीय खेल में पदक विजेताओं को 5000 रुपए पैंशन मिलेगी।