दलितों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में बाबा रामदेव को नोटिस

हांसी, 5 अक्तूबर (नरेंद्र भारद्वाज) : अतिरिक्त ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश राजकुमार जैन की अदालत ने योग गुरु बाबा रामदेव को आगामी 22 अक्तूबर को अदालत में पेश होकर अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी किया है। अदालत ने बाबा रामदेव को यह नोटिस शिकायतकर्ता अधिवक्ता रजत कल्सन की रिवीजन याचिका पर सुनवाई करते हुए जारी किए। शिकायतकर्ता रजत कल्सन जो एक दलित राइट्स एक्टिविस्ट व अधिवक्ता हैं, उन्होंने बताया कि गत 25 अप्रैल, 2014 को बाबा रामदेव ने लखनऊ में प्रैस कांफ्रैंस करके दलितों के बारे में बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। रजत कल्सन ने बताया कि उन्होंने इस बारे में हांसी की ज्यूडीशियल मैजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी की अदालत में एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसको निचली अदालत ने खारिज कर दिया था जिसके खिलाफ उन्होंने यहां की सत्र अदालत में रिवीजन याचिका दाखिल की जो इस याचिका पर के अतिरिक्त सत्र व ज़िला न्यायाधीश राजकुमार जैन ने 4 अक्तूबर को बाबा रामदेव को नोटिस जारी कर उसको अदालत में 22 अक्तूबर को पेश होकर अपना पक्ष रखने के निर्देश जारी किए हैं।