पैरा-एशियाई खेल-2018: हरविंदर सिंह ने तीरंदाज़ी में दिलाया स्वर्ण


जकार्ता, 10 अक्तूबर (वार्ता) : पंजाब के रहने वाले हरविंदर सिंह ने इंडोनेशिया के जकार्ता में चल रहे पैरा एशियाई खेलों की तीरंदाज़ी स्पर्धा में बुधवार को भारत को उसका पहला स्वर्ण पदक दिला दिया। भारत के इन खेलों में अब तक 7 स्वर्ण, 13 रजत और 17 कांस्य सहित कुल 37 पदक हो गये हैं। चीन ने 100 स्वर्ण का आंकड़ा पूरा कर लिया है और वह कुल 185 पदकों के साथ शीर्ष स्थान पर बना हुआ है। पंजाब की यूनिवर्सिटी से पीएचडी की पढ़ाई कर रहे हरविंदर ने स्वर्ण जीतने के बाद कहा, ‘मैं अपनी मां को यह पदक समर्पित करना चाहता हूं। उनका एक महीने पहले ही निधन हुआ है।’ हरविंदर ने तीरंदाज़ी में पुरूषों की व्यक्तिगत रिकर्व ओपन डब्ल्यू2/एसटी स्पर्धा में पहले स्थान पर रहकर भारत को उसका तीरंदाज़ी का पहला स्वर्ण दिला दिया। उन्होंने फाइनल में चीन के झाओ लिक्शुए को 6-0 से पराजित किया। हरविंदर की इस उपलब्धि पर पैरालंपिक भारत और क्रिकेटर हरभजन सिंह ने भी उन्हें ट््वीटर पर बधाई दी है। भारतीय पैरा एथलीटों ने इन खेलों में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुये दो रजत और एक कांस्य पदक जीत लिया। मोनू गंगास ने डिस्कस थ्रो एफ 11 स्पर्धा में रजत और विजय कुमार ने लंबी कूद टी 42/टी 61/ टी 63 स्पर्धा में रजत जीता। यासिर मोहम्मद ने शॉटपुट एफ 46 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। 
भारत ने एथलेटिक्स में अब तक चार स्वर्ण, सात रजत और सात कांस्य सहित कुल 18 पदक जीत लिये हैं। शतरंज में महिला व्यक्तिगत स्टैंडर्ड पी वन स्पर्धा में जेनिता एंटो ने रजत हासिल किया जबकि महिला टीम स्टैंडर्ड 6-बी 2/बी 3 तथा महिला टीम स्टैंडर्ड पी वन स्पर्धा में भारत को कांस्य पदक मिले। तैराकी में देवांशी सतीजा ने पैरा-एशियाई खेलों में  रजत पदक हासिल किया। जेनिता की टीम स्टैंडर्ड पी वन स्पर्धा में भी भागीदारी रही। बैडमिंटन में महिला युगल टीटी 3-5 स्पर्धा में भाविनाबेन हसमुखभाई ने रजत हासिल किया।