15 लाख की सुपारी देने का सौदा कर पति ने ही करवाई थी पत्नी के प्रेमी की हत्या

लुधियाना, 12 अक्तूबर (भूपिंद्र बैंस) : स्थानीय दुगरी इलाके में गत दिन हुई आर्कीटैक्ट की हत्या के मामले में पुलिस ने कत्ल करने वाले आरोपी और उसके साथी को काबू कर लिया है। इस संबंधी जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर डा. सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि गत दिन दुगरी इलाके में आर्कीटैक्ट मनदीप बांसल उर्फ प्रदीप की गोलियां मारकर एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा हत्या कर दी गई थी। उन्होंने बताया कि उक्त हत्या नाजायज़ संबंधों के कारण हुई थी। उन्होंने आगे बताया कि मृतक मनदीप बांसल के पिछले कुछ समय से अमन नगर के रहने वाले उद्योगपति बलविंद्र की पत्नी के साथ नाजायज़ संबंध चले आ रहे थे। कुछ समय पहले मनदीप और बलविंद्र की पत्नी घर से भाग गए थे और तीन दिन बाहर रहने के पश्चात वह घर वापिस आये थे, जिसके चलते दोनों मन मिटाव हुआ पर बलविंद्र अपनी पत्नी द्वारा धार्मिक स्थल पर शपथ ग्रहण करने के पश्चात उसको अपने साथ रखने के लिए सहमत हो गया था पर उसके दिल में मनदीप प्रति रंजिश थी, जिसके चलते बलविंद्र कुछ दिनों से मनदीप की हत्या करने की साजिश रच रहा था। इसके लिए उसने गुरविंद्र को चुना, जो उसे कुछ ही समय पहले मिला था।  गुरविंद्र कंप्यूटर हार्डवेयर नैटवर्किंग का काम करता है और 14 अक्तूबर को उसकी शादी थी। गुरविंद्र को शादी के लिए पैसे की जरूरत थी। बलविंद्र ने उसकी जरूरत को भांपते हुए, उसके साथ मनदीप की हत्या करने की बात की तो वह इसके लिए राजी हो गया। बलविंद्र ने मनदीप की हत्या करने के लिए उसके साथ 15 लाख देने का सौदा किया, लेकिन उसने उक्त राशि उसे किश्तों में देने के लिए कहा, जिसके तहत बलविंद्र द्वारा गुरविंद्र को बीस हजार पहले दिए गए। हत्या के समय पांच लाख और बाकी के पैसे एक साल के भीतर देने के लिए कहा, जिसके चलते गुरविंद्र पिछले काफी समय से मनदीप का पीछा कर रहा था और गत दिन जब मनदीप दुगरी के फेस एक में से जब कोठी का मुआयना कर बाहर आया तो उसने गोलियां मारकर उसकी हत्या कर दी और फरार हो गया।  पुलिस कमिश्नर ने बताया उक्त कत्ल में गुरविंद्र द्वारा प्रयोग की गई पिस्तौल धांदरा में रहने वाले बिल्ला नामक व्यक्ति की है। यहां गुरविंद्र की मां खाना बनाने के काम करती है। गुरविंद्र उक्त हत्या के लिए बिल्ला के घर से पिस्तौल चोरी कर लाया था और हत्या के बाद वहीं दोबारा पिस्तौल रख आया। उन्होंने बताया कि हत्या के समय प्रयोग किए गए कारतूस बलविंद्र ने गुरविंद्र को फिरोजपुर से लेकर दिए थे और बलविंद्र ने ही गुरविंद्र को गोली चलाने के बारे बताया था। उन्होंने बताया कि हत्या करने के समय बलविंद्र का दोस्त अमनपाल उक्त दोषी गुरविंद्र पर पूरी नजर रख रहा था। जिसे उस पर नजर रखने के लिए बलविंद्र ने ही कहा था। उन्होंने बताया कि हत्या में प्रयोग किया जाने वाला मोटरसाइकिल भी गुरविंद्र ने 5 अक्तूबर को आलमगीर से चोरी किया था और वहां भी सी.सी. टी.वी. कैमरे में कैद हो गया था। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा अमनपाल और गुरविंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया है और हत्या में प्रयोग की जाने वाली पिस्तौल भी बरामद कर ली है, जबकि मुख्य साजिशकर्त्ता अभी फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।