दिलों का खेल जीतने वाले खिलाड़ी

आमतौर पर देखने और सुनने में आता है कि खिलाड़ियों का खेल मैदानों में पसीना बहाने के कारण अन्य शरारतों के लिए ऊर्जा नहीं बचती। लेकिन दिलों के खेल खेलने लायक ऊर्जा तो खिलाड़ियों में फिर भी बच ही जाती है। इसलिए बहुत सारे खिलाड़ी खेलों के क्षेत्र में पदक जीतने के साथ-साथ दिलों के खेलों में भी ट्राफियां जीत जाते हैं। ऐसा होना भी लाज़िमी भी है, क्योंकि अंतत:कार खिलाड़ी भी तो इन्सान ही हैं और इनके भी चाव और उमंगें हैं। आजकल भारत की बैडमिंटन सनसनी साइना नेहवाल और एक और भारतीय बैडमिंटन सितारे परुपली कश्यप की प्रेम कहानी विवाह के रूप में शिखर पर पहुंचने के कारण चर्चा में है। इस जोड़ी के विवाह की खबरों ने अन्य भी बहुत सारे खिलाड़ियों के इश्क की दास्तां को ताज़ा कर दिया है। लंदन ओलम्पिक खेलों में कांस्य पदक, राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक विजेता, विश्व की अव्वल नम्बर खिलाड़ी बनने सहित बहुत सारे अंतर्राष्ट्रीय खिताब विजेता साइना नेहवाल ने पिछले दिनों इंस्टाग्राम पर अपने समकालीन बैडमिंटन खिलाड़ी परुपली कश्यप के बीच तस्वीर डालकर अपने विवाह की तारीख का ऐलान करके सबको आश्चर्यचकित कर दिया। कश्यप ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण, दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में  रजत और कांस्य पदक जीत चुके हैं। खेल सूत्रों की मानें तो यह जोड़ी पिछले एक दशक से रिलेशनशिप में रह रही थी। यह कदम सराहनीय है कि इस जोड़ी ने अपने प्रेम प्रसंग की भनक भी नहीं लगने दी और न ही इसे अपने खेल पर हावी होने दिया। इस शालीनता भरे प्यार को गृहस्थी जीवन में बदलने के उद्देश्य से साइना कश्यप की जोड़ी 16 दिसम्बर को विवाह के बंधन में बंध जायेगी और 31 दिसम्बर को अपने विवाह की खुशी एक रात्रि भोज के रूप में मेहमानों के साथ साझी करेगी। 
इस जोड़ी के संबंधों का मीडिया को पहले कुछ नहीं पता था। मीडिया में खबरें आ रही हैं कि साइना ने इस वर्ष राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के उपरांत कहा था कि उसके लिए परुपली कश्यप लगातार प्रेरणास्रोत बना हुआ है। इसलिए साइना के बयान से दोनों के मध्य प्रेम की कड़ियों से जुड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि दोनों खेल शख्सीयतें देश के प्रसिद्ध टैनिस कोच फुलेला गोपी चंद से प्रशिक्षण ले रहे हैं, जिसकी बदौलत इन्होंने खेलों के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धियां हासिल करने के समांतर ही सदा एक-दूसरे को होकर जीने का प्रण भी कर लिया। रियो ओलम्पिक खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली पहलवान और हरियाणवी लड़की साक्षी मलिक ने भी अपने साथी और दोस्त पहलवान सत्याव्रत सादियान के साथ गत वर्ष अप्रैल में रोहतक में शादी रचाकर खेल जीवन की सफलता के साथ-साथ बढ़िया पारिवारिक ज़िंदगी की शुरुआत की। सत्याव्रत यूथ ओलंपिक्स में कांस्य पदक विजेता हैं और राष्ट्रमंडल खेलें ग्लासगो में रजत पदक जीत चुका है। पहलवान के क्षेत्र में मिसाल बने हरियाणा के फोगट परिवार की सबसे बड़ी सपुत्री गीता फोगट ने 2017 में भिवानी में अपने करीबी दोस्त और दिल्ली के पहलवान पवन कुमार से प्रेम विवाह रचा कर, अपने जीवन के अगले सफर की शुरुआत की। गीता की चचेरी बहन और जकार्ता एशियन खेलों की स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी विनीश फोगट ने भी वतन लौटते ही पिछले महीने अपने प्रीतम प्यारे गरीको रोमन कुश्ती के सितारे सोमवीर राठी को अंगूठी पहनाकर अपने विवाहित जीवन की जल्द शुरुआत करने का ऐलान कर दिया। सन् 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों के डब्लज़ वर्ग में स्वर्ण पदक विजेता अश्विनी पुनपा ने पिछले वर्ष अपने दिलदार करण मेडपा से विवाह रचा लिया। करण टैनिस खेलने के साथ-साथ मॉडलिंग के क्षेत्र में भी नाम कमा चुके हैं और अब सफल कारोबारी के तौर पर स्थापित हो चुके हैं। इसी तरह प्रसिद्ध क्रिकेटर दिनेश कार्तिक ने अपना पहला विवाह असफल होने के उपरांत देश की प्रसिद्ध सुकैश खिलाड़ी दीपिका पालीकल से 2015 में विवाह रचा कर अपना घर-गृहस्थी फिर से शुरू की। इन दोनों खिलाड़ियों की मुलाकातों का सिलसिला एक जिम से शुरू हुआ, जहां वह एक ही ट्रेनर से प्रशिक्षण लेते-लेते एक-दूसरे के हो गए। इस जोड़ी के संबंधों की शुरुआत 2013 में हुई थी। दिनेश कार्तिक जहां विकेटकीपर बल्लेबाज़ के तौर पर लगातार भारतीय टीम का शृंगार बने हुए हैं, वहीं दीपिका राष्ट्रमंडल खेलों में एक स्वर्ण और दो रजत पदक, एशियन खेलों में एक रजत और दो कांस्य पदक जीत चुकी हैं। उपरोक्त खिलाड़ी के प्रेम प्रसंगों या विवाह की इतनी चर्चा नहीं हुई लेकिन भारतीय लड़कियों को खेलों के क्षेत्र में जोर-अजमाईश करने वाली बड़ा प्रेरणा स्रोत बनने वाली टैनिस खिलाड़ी सानिया मिर्ज़ा ने पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान शोएब मलिक के साथ 2010 में विवाह करवा कर, सबको आश्चर्य-चकित कर दिया था। इस जोड़े ने विवाह के उपरांत अपने-अपने देशों के बजाय दुबई में बसने का फैसला किया। इन खिलाड़ियों ने विवाह उपरांत भी अपने खेल जीवन को निरंतर शिखरों पर कायम रखा। शोएब आज भी पूरे दम-खम से इस समय पाकिस्तानी टीम के सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी बने हुए हैं। नए मेहमान के आने की खुशी में अभी दोनों शोएब और सानिया बहुत खुश हैं। उनका कहना है कि उनका बच्चा न भारत का होगा और न ही पाकिस्तान का नागरिक होगा। इसी प्रकार यह प्रसिद्ध खिलाड़ी जहां खेलों में सफल होते हैं, जीत हासिल करते हैं वहीं दिलों के मैच भी बढ़िया अंदाज़ से जीतने में कामयाब रहे हैं। खेलों के साथ जुड़ी शख्सीयतों का मानना है कि खिलाड़ियों की जीवनशैली अन्य इन्सानों से कई तरह अलग होती है। इसीलिए खिलाड़ी पति-पत्नी के रूप में एक-दूसरे को बढ़िया ढंग से समझ सकते हैं और बेहतर जीवन बसा सकते हैं।