कोलकाता के दुर्गा पूजा पंडालों के साथ हुई पद्मावत की वापसी

कोलकाता, 15 अक्तूबर (भाषा) : शहर के दो दुर्गा पूजा पंडालों में ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म ‘पद्मावत’ में दिखाए गए चित्तौड़गढ़ के किले की प्रतिकृति तैयार की गई है। राजस्थान के इस मशहूर किले की थीम पर अपने-अपने पंडाल सजाने वाले आयोजकों श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब और मोहम्म्द अली पार्क पूजा कमेटियों का कहना है कि इस थीम को चुनने की अपनी खास वजह है। भूमि स्पोर्टिंग क्लब के अध्यक्ष और विधायक सुजित बोस का कहना है कि जनवरी में जब पद्मावत का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी पूरे देश में फिल्म का प्रदर्शन रोकने की धमकी दे रहे थे, उस वक्त पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फिल्म निर्माताओं को सुरक्षा देने और पूरे बंगाल में फिल्म के प्रदर्शन का आश्वासन दिया था। रिलीज से पहले ही निर्देशक संजय लीला भंसाली की फिल्म विवादों में घिर गई थी। विभिन्न राजपूत संगठनों ने इसमें इतिहास के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए इसका विरोध किया था। एक बार प्रदर्शनकारियों ने शूटिंग पर पहुंच कर सेट पर तोड़फोड की थी और निर्देशक को थप्पड़ भी मारा था। बोस का कहना है, ‘‘थीम यह संदेश देने के लिए चुना गया है कि बंगाल का अर्थ सहिष्णुता और शांति हैं।’ ‘पद्मावत’ फिल्म के एक गीत में चित्तौड़गढ़ किले को जिस रूप में दिखाया गया है, श्रीभूमि पंडाल ठीक वैसा ही बना है। पूजा की शुरूआत मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महालया से पहले किया था। वहीं मोहम्मद अली पूजा कमेटी ने अपनी स्वर्ण जयंती पर पंडाल में पूरे चित्तौड़गढ़ किले की छोटी प्रतिकृति बनायी है।पूजा समिति के सचिव अशोक ओझा ने बताया कि चित्तौड़गढ़ के जिस किले से रानी पद्मावती की कहानी जुड़ी है से राजपूताना शौर्य, प्रतिरोध और बहादुरी का का प्रतीक माना जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘हम लोगों को इतिहास याद दिलाना चाहते हैं।