अगर खरीदने हों स्टाइलिश आउटफिट्स 

आधुनिक युवतियां प्राचीन लिबास पहनना पसन्द नहीं करतीं। उन्हें तो बस स्टाइलिश डिजाइनर्स ड्रेसेस ही चाहिए। कुछ युवतियां कुछ विशेष अवसरों पर ही स्टाइलिश आउटफिट्स पहनती हैं। अधिकतर समय कैजुअल्स पहनना ही उन्हें अच्छा लगता है या समारोहों में वे टे्रडिशनल पहनना ही पसंद करती हैं। अगर आप भी योजना बना रहे हैं फैशन के अनुरूप आउटफिट्स खरीदने को तो ध्यान दें कुछ बातों पर:-
 ड्रेस खरीदने जाने से पहले अपनी उस दोस्त का चुनाव करें जो अक्सर स्टाइलिश कपड़े ही पहनती हो ताकि वह आपको सही जगह से फैशन अनुरूप आउटफिट्स दिला सके। 
 ड्रेस वही खरीदें जो आपके व्यक्तित्व को निखारे न कि आधुनिक होने पर भी आप उसे पहन कर फूहड़ लगें।
 ड्रेस खरीदते समय यह भी ध्यान दें कि उसका फैब्रिक, कट्स, डिजाइन और स्टाइल आज के ट्रेंड अनुसार हों।
 कोई भी डे्रस बिना ट्रायल के॒ न खरीदें। ट्रायल रूम में तीन ओर शीशे लगे होते हैं। उसे पहन कर हर एंगल से स्वयं को देखें कि वो डे्रस आप पर कैसी लग रही है। अपनी दोस्त को भी वहां बुला कर दिखाएं ताकि आप कोई गलत फैसला न करें। सूट करने पर डे्रस को फाइनल करना आसान हो जाएगा। किसी भी तरह की शापिंग पर जाते समय अपना बजट पहले ध्यान में रखे। साथ में यह भी पहले सोच कर निकलें कि आपको कितनी डे्रसेस चाहिए। 
 शापिंग पर जाते समय पहले आवश्यक चीजों की लिस्ट बनाएं और बाजार जाकर पहले उन्हें खरीदें। यह॒ न करें कि जो भी पसंद आ जाए ले लें॒ और आवश्यकता की चीजें रह जायें।
 यूनिसेक्स आप्शंस पर जाएं ताकि अधिक वैरायटी मिल सकें। 
 किसी विशेष समारोह के लिए डे्रस खरीदनी हो तो तीन-चार मॉल्स पर जाएं, रेट जांचें और वैरायटी पर पूरा ध्यान दें ताकि आप नये डिजाइंस को जान सकें।
 डे्रस खरीदते समय मटीरियल पर भी पूरा ध्यान दें कि वो आपको पहनने पर सुखद अहसास दे पाएगा या बस फैशन है, तभी वो खरीद रहे हैं आप। शॉपिंग के समय ध्यान पूरी तरह से शापिंग पर केंद्रित करें ताकि तसल्ली बख्श चीज खरीद पाएं। 
 अगर आप अपने माता-पिता के साथ खरीदारी हेतु जा रहे हैं तो उन्हें अपनी पसंद घर पर ही बता कर चलें ताकि वे आपकी उसी अनुरूप मदद कर सकें। 
डे्रसेस वगैरह लोकल मार्केट से न खरीदें क्योंकि डिजाइन की वे लोग नकल कर घटिया मैटीरियल में आपको सस्ती चीज देंगे। इससे आपका उस आउटफिट पर किया खर्चा बेकार हो सकता हैं।  आनलाइन शापिंग तभी करें जब आप आनलाइन शापिंग से जुड़े पहलुओं को अच्छी तरह समझते हों। 

 - सुनीता गाबा