अकाली दल का नहीं, बल्कि मेरा विरोध हुआ : बाबा बुद्ध सिंह


बटाला, 16 अक्तूबर (काहलों): आज गुरुद्वारा अंगीठा साहिब निक्के घुम्मण के मुख्य प्रबंधक बाबा बुद्ध सिंह ने प्रैस कान्फ्रैंस कर स्पष्ट किया कि गत दिवस संत बाबा हज़ारा सिंह जी की याद में करवाए गुरमति समारोह का जो विरोध हुआ है, वह शिरोमणि अकाली दल नहीं बल्कि मेरा हुआ है। बाबा बुद्ध सिंह ने आगे कहा कि शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल व बिक्रम सिंह मजीठिया का विरोध होने संबंधी कहा जा रहा है, इन सभी तथ्यों से  सच्चाई काफी दूर है। उन्होंने कहा कि यदि संगतों ने उनका विरोध ही करना होता तो उनके आते समय रास्ते में, या जब वह पंडाल में आए और उन्होंने बैठ कर करीब डेढ़ घंटा कीर्तन किया तो उस समय भी विरोध हो सकता था, या उनके जाते समय भी विरोध हो सकता था, परन्तु ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि मेरे पुत्र लोकदीप सिंह ने उक्त नेताओं का नाम ले कर उनका धन्यवाद व्यक्त किया, परन्तु इस समय भी हिलजुल नहीं हुई, परन्तु जब मैं अपने संबोधन में समारोह के अवसर पर होने वाली छुट्टी रद्द होने सबंधी बातचीत करने लगा तो अचानक कुछ आदमियों ने उठकर विरोध करना शुरू कर दिया, जो कि हलके के कांग्रेसी मंत्री व एक कार सेवा प्रमुख के इशारे पर कर रहे थे। उन्होंने पुन: कहा कि समारोह में, जो भी विरोध हुआ है, वह अकाली दल  व पहुंचे नेताओं का नहीं हुआ, बल्कि मेरा हुआ है। इस अवसर पर लोकदीप सिंह, भाई सुखविंदर सिंह अगवान, बाबा सुखविंदर सिंह मलकपुर, पलविंदर सिंह नम्बरदार, सरपंच पंथदीप सिंह छीना व अन्य संगतें उपस्थित थीं।