पकड़े गए कश्मीरी विद्यार्थियों से जांच नहीं बढ़ी आगे

मेजर सिंह
जालन्धर, 16 अक्तूबर : जालन्धर के एक शैक्षणिक संस्थान से एक सप्ताह पूर्व पकड़े गए तीन कश्मीरी विद्यार्थियों से पूछताछ में अभी तक पुलिस कोई नया खुलासा करने में असमर्थ रही है। पहले दिन गिरफ्तारी समय उनके कब्ज़े से एक ए.के.47 राइफल, .32 बोर का पिस्तौल व विस्फोटक सामग्री बरामद करने का दावा किया था। पहले दिन की पूछताछ में उन्होंने अपने एक साथी सुहेल का नाम लिया था जिसे अगले दिन पुलिस कश्मीर घाटी से गिरफ्तार करके लाई थी। चारों की पूछताछ में गहराई से जुड़े पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्तियों से अभी तक कोई नई बात सामने नहीं आई। जालन्धर के पुलिस कमिश्नर  गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि पकड़े गए चारों लोगों के कश्मीरी आतंकी संगठनों के साथ संबंध तो हैं, परंतु उनके पहले किसी आतंकी गतिविधि में शामिल होने की अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई। उन्होंने बताया कि पकड़ी गई सामग्री जांच के लिए भेजी गई है और रिपोर्ट आने के बाद ही हकीकत का पता चलेगा। पूछताछ से जुड़े एक इंस्पैक्टर स्तर के अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार विद्यार्थियों से पता चला है कि विस्फोटक सामग्री उन्हें कोई अनजान व्यक्ति मैसेजर पर मिले मैसेज के आधार पर देकर गया था। उन्होंने बताया कि जांच अभी तक पहले दिन वाले खुलासे पर ही अटकी हुई है और कोई नई बात सामने नहीं आ रही। पुलिस अधिकारी मीडिया के कुछ हिस्सों में बात का बतंगड़  बनाकर पेश की जा रही कहानियों से बेहद हैरान व परेशान हैं। उनका कहना है कि हथियार व विस्फोटक सामग्री कभी अमृतसर व कभी  तरनतारन से लाए जाने की कहानियां पूरी तरह मनगढ़ंत हैं। इसी तरह जालन्धर व अन्य स्थानों पर वारदातें किए जाने बारे भी अपनी मनमज़र्ी की कहानियां छापी हैं। एक अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए विद्यार्थियों से अभी तक इस बात का न तो कोई खुलासा हुआ है और न ही कोई पुष्टि ही हुई कि उन्होंने पंजाब में या जालन्धर में किसी वारदात को अंजाम देना था। उन्होंने कहा कि पकड़े गए कश्मीरी विद्यार्थी छोटी आयु के हैं। इसलिए उनसे सख्ती से पूछताछ किए जाने से भी संकोच किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आगामी एक-दो दिनों में इस मामले के और खुलासे हो सकते हैं।