अकाली-भाजपा प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलार् कैप्टन ‘गर्म ख्यालियों’ की थपथपा रहे पीठ : सुखबीर


चंडीगढ़, 16 अक्तूबर (विक्रमजीत सिंह मान): अकाली-भाजपा के प्रतिनिधिमंडल द्वारा आज अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में पंजाब के राज्यपाल वी.पी. सिंह बदनौर के साथ मुलाकात की गई। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से अपील की है कि वह मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को गर्म ख्यालियों की पीठ थपथपाकर पंजाब को पुन: काले दिनों की ओर धकेलने से रोकने के लिए उचित कार्रवाई करें। सुखबीर सिंह बादल व पंजाब भाजपा अध्यक्ष श्वेत मलिक ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि यू.पी. पुलिस द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की हत्या की साज़िश के किए खुलासे सहित हाल ही में हुई घटनाएं पंजाब में कांग्रेस पार्टी द्वारा गर्म ख्यालियों को दिए प्रोत्साहन का परिणाम है। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि राष्ट्रविरोधी ताकतें बादल को खामोश करना चाहती हैं, क्योंकि वह हिन्दू-सिख एकता के समर्थक हैं और कांग्रेस पार्टी अकाली दल व इसके वरिष्ठ नेताओं के विरुद्ध गर्मदलों के रोष प्रदर्शनों का समर्थन कर उनके हाथों में खेल रही है। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को यू.टी. प्रशासन द्वारा शुरू किए एक नए रुझान से भी अवगत करवाया, जिसके तहत जे.बी.टी. अध्यापकों के 418 पदों के लिए पंजाबी की योग्यता की शर्त हटाकर चयन मापदंडों को बदला जा रहा है। इस संबंधी जानकारी देते हुए पूर्व शिक्षा मंत्री डा. दलजीत सिंह चीमा ने बताया कि अब नए नियमों के तहत उम्मीदवारों को केवल अंग्रेज़ी व हिन्दी का ज्ञान होना ही अनिवार्य है, जबकि इस नौकरी में उन्हें पंजाबी भी पढ़ानी पड़ेगी। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से अपील की कि वह इस मामले में हस्तक्षेप करें और यह सुनिश्चित बनाएं कि पंजाबी के ज्ञान को चयन मापदंडों में शामिल किया जाए। प्रतिनिधिमंडल ने 1966 के पंजाब पुनर्गठन एक्ट के अनुसार सभी कर्मचारियों की भर्ती पंजाब व हरियाणा में से 60 :40 के अनुपात से करने की अपील भी की। इसके अलावा प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से 4 माह पूर्व केन्द्र से हासिल की 327 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति राशि आगे दलित विद्यार्थियों को न बांटे जाने, 8,886 अध्यापकों को स्थाई न करना, पैट्रोल व डीज़ल पर वैट न घटाने का पंजाब सरकार के फैसले बारे अवगत करवाया। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से अपील की कि वह सरकार को तुरंत तेल पर टैक्स घटाने का निर्देश दें। प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश में  कानून व्यवस्था की बात करते हुए कहा कि राज्य में दिन-दहाड़े  लूटपाट, डकैती व पैसे लेकर हत्याएं की जा रही हैं, जिस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। एक प्रश्न के उत्तर मेें सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि सरकार व पुलिस के इशारे पर अकाली नेताओें को घेरने की रणनीति बनाई गई है। प्रतिनिधिमंडल में अन्यों के अलावा बलविंदर सिंह भूंदड़, जत्थेदार तोता सिंह, बीबी जगीर कौर, शरनजीत सिंह ढिल्लों, बिक्रम सिंह मजीठिया, सिकंदर सिंह मलूका, गुलज़ार सिंह रणीके, हीरा सिंह गाबड़िया, विरसा सिंह वल्टोहा, पवन कुमार टीनू, हरदीप सिंह प्रधान चंडीगढ़ इकाई, मदन मोहन मित्तल, राजिंदर भंडारी, अश्विनी शर्मा, सोम प्रकाश, अरुण नारंग, दिनेश बब्बू, तीक्ष्ण सूद, राकेश राठौर, दियाल सोढी, प्रवीन बांसल व डा. हरविंदर संधू उपस्थित थे।