स्वप्ना बर्मन की सफलता एक सिंड्रेला जैसी परीकथा

स्वप्ना बर्मन का न कद लम्बा है और न ही बदन इकहरा है। मात्र 5 फीट 3.5 इंच कद वाली बर्मन के पैरों में पांच की जगह छह उंगलियां हैं, जिससे उन्हें दौड़ने में बहुत तकलीफ  का सामना करना पड़ता है। संक्षेप में यह कि बर्मन में जाहिरा तौर पर ऐसा कुछ भी प्रतीत नहीं होता कि उन्हें हेप्टाएथलीट की श्रेणी में रखा जाये। शायद इसलिए उन्हें उनके कोच सुभाष सरकार हमेशा 5400-स्कोर एथलीट ही समझते रहे। लेकिन बर्मन में एक खूबी है- पक्का इरादा करना और अपने सपने को साकार करने की जबरदस्त लगन, जो उनकी इन कमियों पर भारी पड़ती है और उन्हें टॉप हेप्टाएथलीट की श्रेणी में खड़ा कर देती है। बर्मन को डायरी रखने का शौक है और 2018 के पहले दिन उन्होंने अपनी डायरी में लिखा 6100-अंक। यह उनका टारगेट था। इस वर्ष अगस्त में जकार्ता एशियन गेम्स में बर्मन ने 6026 का स्कोर अर्जित किया और भारत के लिए हेप्टाथलन का स्वर्ण पदक हासिल किया।  बर्मन को 100 मी बाधा दौड़ में 981 अंक, ऊंची कूद में 1003 अंक, गोला फेंक में 707 अंक, 200 मी. दौड़ में 790 अंक, लम्बी कूद में 865 अंक, भाला फेंक में 872 अंक व 800 मी. दौड़ में 808 अंक मिले जिससे उनका स्कोर 6026 हुआ। लेकिन यह सब इतना आसान नहीं था। बर्मन ने जून के पहले सप्ताह में पेट दर्द की शिकायत की। चूंकि दर्द बहुत ज्यादा हो रहा था इसलिए उनकी टीम को डर था कि कहीं यह अपेंडिसाईटिस न हो, जिसका ऑपरेशन कराना जरूरी हो जाता है। सुभाष सरकार ने एक होमियोपैथ की तलाश की, जिससे बर्मन को राहत मिली। वह इस दर्द से उबर ही रही थीं कि उन्हें हैमस्ट्रिंग की समस्या हो गई।
सिंड्रेला परीकथा में शाही महल में बॉल डांस के बाद सारे शहर में उस लड़की यानी सिंड्रेला की तलाश शुरू हो जाती है जो नृत्य के बाद अपना एक जूता जल्दबाजी में महल में छोड़ आती है। बर्मन की कहानी भी सिंड्रेला से प्रेरित प्रतीत होती है। प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लेते हुए उनके लिए सबसे दर्द भरा अंश जम्प के लिए टेक-ऑफ  करते समय होता है, जब उनके पैरों की पांचवीं व छठी उंगलियां सोल से स्लाइड आउट कर जाती हैं। इसलिए यह सुझाव दिया गया कि वह पैरा-एथलीट की तरह कस्टमाइज्ड जूते पहनें। लेकिन एशियन गेम्स से जरा पहले यह परिवर्तन करना ठीक नहीं था, क्योंकि थोड़े समय में नये फुटवियर में एडजस्ट करना संभव न था। लेकिन अब जब वह स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं तो एसिक्स, नाइक, एडिडास आदि सभी ब्रांड हमारी ‘सिंड्रेला’ के पैरों की 12 उंगलियों के लिए कस्टमाइज्ड जूते बनाने के लिए तैयार हैं। बर्मन उस कमर्शियल डील का चयन करेंगी जो उनके लिए सबसे बेहतर होगी। पैरों में अतिरिक्त उंगलियों के कारण बर्मन को निरंतर दर्द बर्दाश्त करना पड़ता है। होमियोपैथी में अटूट विश्वास करने वाले उनके कोच सरकार उनका बहुत इलाज करा चुके हैं, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ है, हालांकि एलॉपथी, आयुर्वेद व एक्यूपंक्चर का भी प्रयोग किया गया। इस पर बर्मन का अपना दर्शन यह है कि मुस्कुराओ और बर्दाश्त करो, ‘मैं तो यह मानकर संतोष कर गई थी कि जूते मिलने ही नहीं हैं। मुझे एक दिन भी याद नहीं है जब मैं दर्द से मुक्त रही हूं।’ वह हालात से समझौता किये हुए थीं, फिर भी मंगलवार से उन्हें बहुत डर लगता था, जब उन्हें 800 मी की ट्रेनिंग करनी होती थी, ‘मैं मंगलवार की प्रैक्टिस से नफरत करती थी, लेकिन ट्रैक पर समय से पहुंच जाती थी। ट्रेनिंग में एक प्रतिशत भी चीटिंग नहीं करती थी। बस फिर से दौड़ जाओ, यह भी करना है।’ बात सिर्फ  पैरों में दर्द की नहीं थी। जकार्ता में मुकाबले के दिन से एक रात पहले उनके दांत में जबरदस्त दर्द हुआ, और दांत का दर्द सब कुछ भुला देता है कि हकीम लुकमान जब मृत्यु से मुक्ति पाने की दवा जानने के बारे में एक परिंदे की प्रतीक्षा कर रहे थे तो उनके दांत में दर्द हो गया, परिंदा आया और वह मृत्यु की दवा को भूल गये और उससे दांत के दर्द की दवा मालूम कर बैठे (और आज तक मृत्यु का इलाज नहीं हो सका है)। बर्मन अपने दांत के दर्द के बारे में बताती हैं, मेरे सिर में, मेरी आंखों में भारीपन था। मैं पहले निवाया पानी लेती, पूरे 30 सेकंड तक राहत महसूस होती, फिर नमक के पानी से गरारे करती और आखिरकार टूथपेस्ट लगाकर सो जाती। मुझे डर था कि अगर गहरी नींद न मिली तो प्रदर्शन खराब हो जायेगा। मैं कुछ खा भी नहीं पा रही थी- सिर्फ पानी और दाल। मेरी सबसे खराब तैयारी थी।  बर्मन बहुत ही साधारण परिवार से हैं। वह जब संपन्न परिवारों की दूसरी लड़कियों को देखतीं तो बहुत सी चीजें हासिल करने की इच्छा करतीं। लेकिन अपने पेरेंट्स से कभी कुछ न कहतीं कि इच्छा पूरी न कर पाने के कारण उनका दिल टूट जायेगा। परिवार की भी मदद करने की स्थिति में हैं और सबसे महत्वपूर्ण उन्हें साड़ियों से बेहद प्रेम है। उनका पसंदीदा शुगल यह है कि साड़ी पहनकर बने संवरें, अपने को एक कमरे में बंद कर लें और बड़े से आईने के सामने खुलकर नाचें। हमारी सिंड्रेला बर्मन का बॉल डांस पूर्ण हो गया है।