युवा ओलंपिक में पदक जीतने वाले पहले तीरंदाज़ बने आकाश

ब्यूनस आयर्स, 18 अक्तूबर (वार्ता) : भारत के आकाश मलिक ने यहां तीसरे युवा ओलंपिक खेलों की तीरंदाज़ी स्पर्धा में देश के लिए रजत पदक के रूप में पहला पदक हासिल कर इतिहास रच दिया है। भारत का युवा ओलंपिक में अब तक का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। भारत ने युवा ओलंपिक खेलों में तीन स्वर्ण, नौ रजत और एक कांस्य पदक अपने नाम किया। यह इन खेलों का तीसरा संस्करण है, जिसमें पहली बार भारत की हॉकी टीमों ने हिस्सा लिया और महिला एवं पुरूष दोनों वर्गों में रजत जीते। 15 साल के आकाश को हालांकि स्वर्ण की उम्मीद थी, लेकिन वह फाइनल में अमरीका के ट्रेंटन काओलेस से एकतरफा अंदाज़ में 0-6 से पराजित हो गये। हरियाणा के आकाश को क्वालिफिकेशन के बाद 5वीं वरीयता मिली लेकिन फाइनल में उन्हें 15वीं वरीय अमरीकी खिलाड़ी से कड़ी चुनौती झेलनी पड़ गई, जिन्होंने 10 और 9 के शॉट से स्वर्ण अपने नाम किया। तीन सेटों में दोनों तीरंदाज़ों ने चार शॉट पर परफेक्ट 10 का स्कोर किया लेकिन शुरुआती राउंड में दो 6 के  शॉट से वह पिछड़ गए, जिससे तीसरा सेट निर्णायक बन गया। रात में बारिश के बाद अगले दिन हवाओं से भी तीरंदाज़ों को परेशानी हुई। 11वीं में पढ़ रहे आकाश ने छह वर्ष पहले ही तीरंदाज़ी शुरू की है और यूथ ओलंपिक में रजत उनके लिये बड़ी उपलब्धि है। इससे पहले आकाश ने मिश्रित अंतर्राष्ट्रीय टीम स्पर्धा में तुर्की की सेलिन सातिर के साथ स्पर्धा के क्वार्टरफाइनल तक जगह बनाई थी लेकिन यह जोड़ी थाईलैंड-अर्जेंटीना के आतियावात सोइथोंग-अगस्तिना सोफिया जियानासियो से हार गई।