गैर-कानूनी नशा छुड़ाओ केंद्र का पर्दाफाश, सील

अमृतसर, 19 अक्तूबर (गगनदीप शर्मा) : प्रताप नगर इलाके की गली मुर्गीखाना में चलते एक गैर-कानूनी नशा छुड़ाओ केंद्र का पर्दाफाश करते हुए कैदियों जैसी ज़िन्दगी भोग रहे 22 नौजवानों को आज़ाद करवाने के बाद उन्हें गुरू नानक देव अस्पताल के स्वामी विवेकानंद केंद्र में दाखिल करवा दिया गया है। इसके अलावा कुछ पाबंदीशुदा दवाईयां भी बरामद की गई हैं। फिलहाल ड्रग विभाग द्वारा उक्त केंद्र को सील करके उसके मालिकों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करवाने की कार्यवाही आरंभ कर दी है। यह औचक चैकिंग आज डिप्टी कमिश्नर अमृतसर कमलदीप सिंह संघा को आए एक गुप्त फोन के आधार पर की गई। सिविल सर्जन अमृतसर डॉ. एच.एस घई ने बताया कि गत शाम उन्हें व डी.सी अमृतसर स. संघा को उक्त रिहायशी कलोनी में एक अवैध नशा छुड़ाओ केंद्र चलने की गुप्त सूचना मिली थी। आज एस.डी.एम श्री राजेश शर्मा की देखरेख में दो कमरों वाली इमारत में से 22 नौजवानों को बाहर निकाला गया। सभी को एक कमरे में बंद करके बाहर से ताला लगाया हुआ था। उन्होंने बताया कि अब तक की जाँच में उन्हें पता चला है कि इस केंद्र को कंवलजीत सिंह उर्फ हैप्पी दाना तथा हरमनदीप सिंह मान नामक व्यक्ति चला रहे थे। उस इमारत में रहन-सहन व साफ-सफाई का बुरा हाल था और कोई डॉक्टरी सुविधा भी नहीं थी। इमारत के साथ रहने वाले लोगों ने बताया कि इन लड़कों को अंदर बंद करके बाहर से ताला लगा दिया जाता था। अधिकत्तर नौजवान स्थानीय क्षेत्र या नजदीकी गाँवों के रहने वाले हैं जिन्हें नशा छुड़ाने की आड़ में जबरन बंद करके रखा गया था। उन्होंने आशंका जताई कि हो सकता है इन नौजवानों के परिवारों से उनका नशा छुड़ाने के नाम पर मोटी रकम भी वसूल की जाती हो। वह विभाग द्वारा इसके संचालकों के खिलाफ केस दर्ज करवाकर सख्त कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी ताकि आगे से कोई व्यक्ति ऐसी घिनौनी हरकत करने की हिम्मत न करे। डी.सी अमृतसर संघा ने स्वास्थ्य विभाग की प्रशंसा करते हुए आम लोगों से अपील की कि वह नशा पीड़ित रोगियों को सरकारी अस्पतालों में लेकर जाएं जहां मुफ्त इलाज किया जाता है, न कि ऐसे लोगों की बातों में आकर अपने लड़कों को मानसिक रोगी बनाएं। उन्होंने लोगों से यह अपील भी कि वह गैर-कानूनी तौर पर चल रहे ऐसे केंद्रों की सूचना तुरंत प्रशासन या पुलिस को करें ताकि नौजवानों को सही तरीके से नशे से मुक्ति दिलाई जा सके। इस मौके पर अन्य के अलावा असिस्टेंट सिवल सर्जन डॉ. किरणदीप, डिप्टी मैडीकल कमिश्नर प्रभदीप सिंह जोहल, थाना बी-डवीजन के एएसआई अमरजीत सिंह, एएसआई दलजीत सिंह के अलावा स्वास्थ्य विभाग का स्टाफ मौजूद था।