प्रगतिशील किसान द्वारा गेहूं की अगेती बिजाई की शुरूआत

राजपुरा, 19 अक्तूबर (अ.स) : राजपुरा नज़दीकी गांव शंकरपुरा में भगतां किसान कश्मीर सिंह नंबरदार और इंद्रजीत सिंह डेरा भगतां के प्रगतिशील किसान ने गेहूं  की अगेती बिजाई शुरू कर दी है। इस बात की काफी ज्यादा चर्चा है कि अभी तो किसान धान की कटाई से फारिग नहीं हुए परंतु दूसरे ओर किसान ने अपनी सात-आठ एकड़ के लगभग गेहूं बीज भी दी है। इस संबंधी किसान कश्मीर सिंह ने बताया कि उन्होंने इस बार 2967 किसम की बिजाई शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि वह इस बार नए बीज उन्नत 343 की बिजाई भी करेंगे। कश्मीर सिंह ने बताया कि उन्होंने सारी धान की फसल संभाल ली है। कश्मीर सिंह ने बहुत ही भरे मन से बताया कि इस बार बेमौसमी हुई बरसात, ओलावृष्टि और तेज़ तूफान ने धान की फसल का मलीयामेट करके रख दिया है। उन्होंने बताया कि नज़दीक गांव सेहरा, सेहरी, शंकरपुर, गोपालपुर, मुहब्बतपुर, पबरा, कोली आदि दर्जनों गांवों के किसान की धान की पकी हुई फसल पर कुदरत के करोपी सुनामी बनकर आई और सारी फसल का बेहद नुक्सान कर दिया। उन्होंने बताया कि कई किसानों के धान की फसल का झाड़ प्रति एकड़ तीन चार क्विंटल रह गया है। कश्मीर सिंह ने सरकार से अपील की है कि व्यर्थ की बयान बाजी से उपर उठकर किसानों का हाथ थामना चाहिए। सरकार स्पैशल गिरदावरी करवाकर जल्द से जल्द किसानों को मुआवज़ा दे ताकि किसान गेहूं की बिजाई के लिए तेल, खाद्य और अन्य खरीद कर गेहूं के बिजाई कर सके। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि किसानों को धान की पराली को खेतों में आग  नहीं लगानी चाहिए। इसके साथ कुल आलम के वातावरण का बेहद नुकसान होता है और साथ ही भूमि की उपजाऊ शक्ति कम हो जाती है। उन्होंने इसके बारे में भी कहा कि सरकारों को धान की पराली को संभालने के मामले में भी किसान की सहायता करनी चाहिए।