अमृतसर बदहवास, एक साथ जलीं कई चिताएं

जालन्धर, 20 अक्तूबर (अ.स.)  :  दशहरा के उत्सव को मातम में बदलते केवल 5 सैकेंड लगे। पटरी पर दौड़ती हुई मौत 61 लोगों को अपने आगोश में लेकर चलती बनी और बचे केवल चीखो-पुकार, कन्द्रन और मातम। अमृतसर शनिवार की सुबह जब जगा तो सड़कों पर मायूसी थी, सूनापन था, हर एक व्यक्ति नम आंखों से इस हादसे पर दु:ख व्यक्त करता नज़र आ रहा था। कुछ भगवान को कोस रहे थे तो कुछ प्रशासन को। अमृतसर ने जो मंज़र देखा था, वह ज़हन से कभी नहीं मिट सकता। कुछ ही पलों में देखते ही देखते कई घरों के चिराग बुझ गए, किसी ने पिता खोया तो किसी ने बेटा, किसी की बहन चली गई तो किसी की मां। यूं तो हर एक जीव एक-दूसरे का पर्याय है परंतु अब यह कमी कैसी पूरी होगी, आंसुओं से डबडबा रही आंखों में यह प्रश्न स्पष्ट देखा जा सकता था। आज (शनिवार) अमृतसर में एक साथ कई शवों का दाह-संस्कार हुआ, जो अग्नि कल रावण के पुतले को अपनी लपटों में घेरे थी, आज उसी अग्नि के आगोश में अपने चले गए। इस सभी के बीच चलता रहा एक-दूसरे प र आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला। कौन है ज़िम्मेवार, कौन है दोषी-इस पर बहस चलती रही लेकिन जिनके अपने चले गए, वह इस सब से परे 19 अक्तूबर की इस शाम को याद करके सिहर उठते हैं। अमृतसर से राजेश : दशहरा के दिन अमृतसर के जोड़ा फाटक में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे में 61 लोगों की मौत हो जाने की खबर है, वहीं इस हादसे में मारे गए लोगों की अंतिम रस्में शुरूहो गई हैं। अमृतसर के दुर्ग्याणा  श्मशान घाट में चीख पुकार के बीच एक साथ करीब 29 लोगों की चिताएं जलाई गई। इस हादसे में पूरे इलाका शोक की लहर है। वहीं दूसरी तरफ गुरुद्वारा शहीदां साहिब नज़दीक शमशान घाट में 3 के करीब मृतकों का संस्कार किया गया। इसके अलावा मोहकमपुरा शमशान घाट में भी कुछ मृतकों का संस्कार किया गया। मृतकों में ज्यादातर उत्तर प्रदेश व बिहार के लोग शामिल है।  श्री दुर्ग्याणा मंदिर में संस्कार किये मृतकों में तरूण माकन पुत्र कमल कुमार निवासी शरीफ पुरा अमृतसर, नीरज कुमार पुत्र मुकेश कुमार निवासी जोड़ा फाटक अमृतसर, कुसुम पुत्री रामनाथ निवासी दशमेश नगर जोड़ा फाटक अमृतसर, नीतू पुत्री प्रभु दयाल निवासी जोड़ा फाटक अमृतसर, क र्मजोत कौर पत्नी रवि कुमार निवासी जोड़ा फाटक अमृतसर, निर्मला देवी पत्नी प्रभु दयाल निवासी दशमेश नगर जोड़ा फाटक, प्रदीप सिंह पुत्र शिव कुमार दशमेश नगर जोड़ा फाटक, वासु पुत्र विक्की निवासी जोड़ा फाटक, श्याम लाल महाजन पुत्र ओमप्रकाश महाजन निवासी जोड़ा फाटक अमृतसर, सतीश कुमार पुत्र मेहतो निवासी जोड़ा फाटक, रमेश कुमार पुत्र विजय कुमार निवासी न्यू गोल्डन एवेन्यू अमृतसर, चन्द्रिका यादव पुत्र भोला यादव निवासी जोड़ा फाटक, विकास कुमार पुत्र राजकुमार निवासी जोड़ा फाटक, राजेश भगत पुत्र नत्थुनी भगत निवासी जोड़ा फाटक अमृतसर, नीरज पुत्र जतिंदर निवासी जोड़ा फाटक, सोनीया पुत्री जतिंदर निवासी जोड़ा फाटक, अभय कुमार पुत्र राम नारायण निवासी जोड़ा फाटक, कशिश डोगरा पुत्री अमन डोगरा निवासी जोड़ा फाटक अमृतसर, नकुल डोगरा पुत्र अमन डोगरा जोड़ा फाटक अमृतसर, अमन डोगरा पुत्र सतपाल डोगरा निवासी जोड़ा फाटक, दीपक पुत्र रामतीर्थ निवासी जोडा फाटक, जगदीश पुत्र स्वामी नाथ निवासी जोड़ा फाटक अमृतसर, सुरेश कुमार पुत्र सतपाल जोड़ा फाटक, अमीषा डोगरा पत्नी अमन डोगरा निवासी जोड़ा फाटक, मनीष कुमार पुत्र विजय कुमार जोड़ा फाटक अमृतसर, नन्दलाल पुत्र परदेसी जोडा फाटक, रोहित शर्मा पुत्र नंद किशोर जोड़ा फाटक, नरिंदरपाल पुत्र तिलक राज जोड़ा फाटक, ठाकुर प्रसाद पुत्र जलेसर प्रसाद निवासी जोड़ा फाटक शामिल हैं। शहीदां गुरुद्वारा साहिब नज़दीक श्मशान घाट में संस्कार किये मृतकों में बलजीत सिंह निवासी सुंदर नगर, नंदनी तथा दलजीत सिंह निवासी जोड़ा फाटक शामिल हैं। अढ़ाई वर्षीय सार्थिक पुत्र राम विलास निवासी बटाला रोड, अमृतपाल सिंह पुत्र जोगिंदर सिंह, सन्नी पुत्र दर्शन लाल निवासी मोहकमपुरा, सचिन पुत्र नवजीत सिंह निवासी बिल्ले वाला चौक मोहकमपुरा अमृतसर, राजबीर सिंह पुत्र लाल सिंह तथा रोमी पुत्र लाल सिंह निवासी मोहकमपुरा अमृतसर शामिल हैं। इसी प्रकार दिनेश कुमार, उसका बेटा अभिषेक निवासी प्रीत नगर, बुद्ध राम निवासी यूपी, निर्मला देवी, कर्मजीत कौर, नीतू का रसूलपुर कल्लर के शमशान घाट में संस्कार किया गया जबकि नौजवान बृजवान पुत्र रामचन्द्र निवासी बाबा दीप सिंह कालोनी फतेहगढ़ चूड़िया का संस्कार गांव नंगली में अंतिम संस्कार किया गया। श्री दुर्ग्याणा कमेटी ने अपने खर्च पर मृतकों के करवाये अंतिम संस्कार : श्री दुर्ग्याणा कमेटी द्वारा रेल हादसे में मारे गए लोगों का अंतिम संस्कार अपनी देखरेख में करवाया गया। इस मौके पर प्रधान रमेश चन्द्र शर्मा, महासचिव अरूण खन्ना सहित अन्य पदाधिकारी व सदस्य मौजूद थे। रमेश शर्मा ने बताया कि शनिवार को 29 से ज्यादा मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया है और सारा खर्च कमेटी उठा रही है। उन्होंने कहा कि हादसे में मारे गए लोगों के  परिवारों के साथ उनकी पूरी सहानूभुति है।