पटरियों पर होने वाली इतिहास की भीषणतम दुर्घटना

अमृतसर, 20 अक्तूबर (भाषा): अमृतसर में दशहरे के दिन हुई रेल दुर्घटना, पटरियों पर होने वाली रेल दुर्घटनाओं के मामले में रेलवे के इतिहास की सबसे भीषण दुर्घटनाओं में शामिल हो गई है। ऐसी कुछ घटनाओं की सूची निम्नवत है  * 4 जून 2002-उत्तर प्रदेश में कासगंज फाटक को पार करते समय एक यात्री बस की कानपुर-कासगंज एक्सप्रेस में टक्कर हुई। हादसे में 30 लोगों की मौत हो गई और 29 अन्य घायल हो गये।* 4 जून, 2010 - कोयंबटूर-मेट्टूपलायम विशेष ट्रेन कोयंबटूर के पास इडिगाराई में एक मानव रहित फाटक को पार कर रही मिनी-बस से टकराई, 5 लोगों की मौत। * 7 जुलाई, 2011 - उत्तर प्रदेश के कांशीराम नगर जिले के थानागांव में मथुरा-छपरा एक्सप्रेस के मानव रहित फाटक पर एक बस के टकराने से 38 लोगों की मौत हो गई और 30 घायल हो गए। * 26 फरवरी, 2012- त्रिवेंद्रम-कोझिकोड जन शताब्दी एक्सप्रेस की चपेट में आकर आतिशबाजी देख रहे तीन लोगों की मौत हुई। हादसे में एक आदमी घायल हुआ। * 20 मार्च, 2012-उत्तर प्रदेश के उत्तरी हिस्से में, लखनऊ से 296 किमी दूर, एक मानव रहित रेल फाटक को पार करते समय क्षमता से अधिक यात्रियों वाली टैक्सी वैन ट्रेन से टकराई। 15 लोगों की मौत।* 26 मार्च, 2012 - बैंगलोर के बाहरी इलाके कन्नामंगल गेट में बजरी ले जा रहे ट्रक के साथ मेमू ट्रेन की टक्कर।  ट्रक और मेमू ट्रेन चालक की मौत। * 23 जुलाई, 2014 - मेढक जिले के मासीपेट गांव में एक मानव रहित फाटक पार करते समय नांदेड़ पैसेंजर ट्रेन से स्कूल बस की टक्कर में 18 लोगों की मौत हो गई। * 17 जनवरी, 2017: दिल्ली में अक्षरधाम स्टेशन के पास ट्रेन के साथ सेल्फी लेने के दौरान दो 15 वर्षीय लड़कों को दूसरी लाइन पर आई ट्रेन ने रौंद दिया।  25 अप्रैल, 2018: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में स्कूली बच्चों की एक बस की रेलवे क्रॉसिंग पर एक ट्रेन के साथ हुई टक्कर में 13 बच्चों की मौत हो गई।