गैस दवा का अत्यधिक सेवन यानी लिवर डैमेज


कई लोगों को आए दिन गैस की समस्या होती रहती है और वह इसके लिए अक्सर गैस संबंधित दवाइयों का खूब सेवन करते हैं, तो अब जरा संभल जाइए और गैस की दवाओं का हर वक्त बेवजह खाने वाली बुरी लत से परहेज करें, क्योंकि हाल ही में राजधानी दिल्ली के कुछेक डाक्टरों ने चेताया है कि अत्यधिक मात्रा में गैस से संबंधित दवाइयों का सेवन करने से मामला बेहद उल्टा पड़ सकता है। इससे न केवल लिवर प्रभावित हो सकता है बल्कि किडनी प्रत्यारोपित करने तक की नौबत आ सकती है।
उनकी मानें तो जो लोग गैस की समस्या के लिए आदतन दवाई खाते रहते हैं, उनके निरंतर ऐसा करते रहने से पेट का एसिड लेवल कम हो जाता है। अत: बार-बार दवाई खाने से परहेज करें अन्यथा शरीर को और भी कई गम्भीर बीमारियों के बोझ के नुक्सान को उठाना पड़ सकता है। पेट में बुरे बैक्टीरिया को खत्म करने के लिए एसिड ज़रूरी होता है। बारम्बार दवाई लेने के कारण एसिड खत्म होने पर मुंह से पेट में पहुंचने वाले संक्रमण का जोखिम अधिक हो जाता है। 
फलस्वरूप, लिवर बुरी तरह प्रभावित हो जाता है।यही नहीं, गैस की दवाओं के अत्यधिक सेवन से लिवर के साथ-साथ हड्डियां भी प्रभावित हो सकती हैं। जबकि यह बात कम ही लोग जानते हैं कि पेट में एसिड की मात्रा प्रभावित होने से विटामिन बी 12 की कमी हो जाती है और अन्य दूसरी ज़रूरी विटामिन की मात्राओं पर भी खासा प्रभाव पड़ता है। मौजूदा स्थिति में व्यक्ति एनीमिया की चपेट में भी आ सकता है। 
डाक्टरों के मुताबिक गैस की दवा का ज्यादा मात्रा में सेवन करना, शराब पीना और हैपेटाइटिस से ही लिवर प्रभावित नहीं होता बल्कि दवाओं के गलत तरीके से इस्तेमाल करने और वज़न बढ़ने से भी लिवर खराब होने का खतरा हो सकता है। (स्वास्थ्य दर्पण)