कैप्टन का दु:ख की घड़ी में विदेश जाना गैर-संजीदा : बादल


चंडीगढ़ ,23 अक्तूबर (वार्ता) : पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने अमृतसर में दशहरे के दिन हुए रेल हादसे को मानवीय गलती का नतीजा करार देते हुए पंजाब सरकार पर इस मामले में गैर संजीदा होने का आरोप लगाया है क्योंकि इतना बड़ा हादसा होने के बावजूद मुख्यमंत्री विदेश चले गए। शिरोमणि अकाली दल तथा भारतीय जनता पार्टी गठबंधन का प्रतिनिधिमंडल यहां राज्यपाल बीपी बदनौर से मिला और रेल हादसे के शिकार लोगों को न्याय दिलाने के लिए घटना की जांच हाईकोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश से कराने की मांग की। राजभवन से बाहर उन्होंने पत्रकारों से कहा कि  मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने इस दुख की घड़ी में पीड़ित लोगों को अकेला छोड़कर विदेश जाने का फैसला किया।  यदि मैं उनकी जगह होता तो विदेश दौरे को रद्द कर देता। प्रदेश का मुखिया होने के नाते उनका कर्तव्य था कि वह अपने लोगों के बीच होते। उन्होंने राज्यपाल से रेल हादसे के पीड़ितों को इंसाफ तथा दोषियों को सजा दिलाने के लिये दखल देने का आग्रह किया। उन्होंने इस घटना के लिये निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू तथा उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि रावण दहन समारोह की मंजूरी उनकी रजामंदी के बगैर संभव नहीं थी। यदि श्रीमती सिद्धू समय पर आती तो हादसा टल सकता था। आयोजकों तथा सिद्धू के खिलाफ मामला दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाये। बादल ने कहा कि रेलवे लाइन के साथ लगते स्थान पर रावण दहन की अनुमति गैर कानूनी है। इस रेलवे लाइन पर लंबी दूरी की ट्रेनें गुजरती हैं। उन्होंने सिद्धू को मंत्री पद से हटाने की अपनी पार्टी की मांग को दोहराते हुए कहा कि सिद्धू तथा उनकी पत्नी ,कांग्रेस के पार्षद और दशहरा प्रबंधक सौरभ मदन मिट्ठू के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किये जायें । उन्होंने राज्यपाल को दिए ज्ञापन में सरकार की ओर से पीड़ित परिवारों को एक -एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने तथा हर परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने और गंभीर रूप से घायलों को पचास -पचास लाख मुआवजे के तौर पर दिये जाने की मांग की। इस घटना की निष्पक्ष जांच के लिये जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारियों का तुरंत तबादला किया जाये।
प्रतिनिधिमंडल में सुखबीर सिंह बादल, बलविंदर सिंह भूंदड़, प्रेम सिंह चंदूमाजरा, डा. दलजीत सिंह चीमा, शरणजीत सिंह ढिल्लों, बीबी जगीर कौर, बिक्रम सिंह मजीठिया, हरचरण सिंह बैंस, बलदेव सिंह मान, विरसा सिंह वल्टोहा, तरुण चुघ, कमल शर्मा, मदन मोहन मित्तल, सोम प्रकाश, अश्वनी शर्मा, मनोरंजन कालिया, अरुण नारंग व तीक्ष्ण सूद शामिल थे।