कच्चे तेल का भंडार बढ़ने से कीमतों पर बढ़ा दबाव

नई दिल्ली, 25 अक्तूबर (एजेंसी): अमरीका में लगातार कच्चे तेल का भंडार बढ़ने से गुरुवार को फिर कीमतों पर दबाव आया। कच्चे तेल के दाम में इस महीने की शुरुआत में आई जोरदार तेजी के बाद कीमतों में नरमी देखी जा रही है। पिछले 21 दिनों में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में करीब 11 डॉलर प्रति बैरल की कमी आई है। अमेरिकी एजेंसी इनर्जी इन्फोरमेशन एडमिनिस्ट्रेशन की की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में कच्चे तेल का भंडार 63 लाख बैरल की बढ़त के साथ 42.27 करोड़ बैरल हो गया। पिछले पांच सप्ताह से लगातार अमेरिका में कच्चे तेल के भंडार में इजाफा हो रहा है। अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकॉन्टिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट क्रूड का दिसंबर अनुबंध पिछले सत्र के मुकाबले गुरुवार को 1.28 फीसदी की कमजोरी के साथ 75.46 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। इससे पहले ब्रेंट क्रूड का भाव लुढ़ककर 75.37 डॉलर तक आ गया था, जो बीते करीब तीन महीने का निचला स्तर है। पिछले 21 दिनों में ब्रेंट क्रूड के दाम में 11 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है। तीन अक्टूबर को ब्रेंट क्रूड का भाव 86 डॉलर प्रति बैरल को पार कर गया था। न्यूयॉर्क मर्केंटाइल एक्सचेंज (नायमैक्स) पर अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) का दिसंबर डिलीवरी अनुबंध गुरुवार को पिछले सत्र के मुकाबले 0.90 फीसदी की गिरावट के साथ 66.22 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था। इससे पहले वायदा अनुबंध 66.11 डॉलर तक लुढ़का। मालूम हो कि डब्ल्यूटीआई का भाव भी तीन अक्टूबर को 76 डॉलर से ऊपर चला गया था। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर बुधवार को नवंबर डिलीवरी कच्चा तेल सौदा 57 रुपये यानी 1.17 फीसदी की मजबूती के साथ 4,944 रुपये प्रति बैरल पर बंद हुआ था। मगर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में आई गिरावट के बाद गुरुवार को घरेलू एक्सचेंज पर भी कच्चे तेल में नरमी रह सकती है। बीते बीस दिन में एमसीएक्स पर कच्चे तेल के भाव में करीब 700 रुपये प्रति बैरल की कमी आई है।