तख्त श्री दमदमा साहिब में शिअद ने मनाया ‘अरदास दिवस’

तलवंडी साबो, 1 नवम्बर (ईश्वर गर्ग) : नवम्बर, 1984 में दिल्ली में देश की तत्कालीन प्रधान मंत्री इंद्रा गांधी की हत्या के बाद निर्दोश सिक्खों के हत्याकांड में मारे गए सिक्खों, महिलाओं और बच्चों की याद में शिअद द्वारा एक नवम्बर को संपूर्ण तख्त साहिबान पर अरदास दिवस मनाने हेतु किए आह्वान पर सिक्ख कौम के चौथे तख्त, तख्त श्री दमदमा साहिब में भी अरदास दिवस मनाया गया। उपरोक्त अरदास दिवस के अवसर पर शिअद के सरप्रस्त स. प्रकाश सिंह बादल पूर्व मुख्य मंत्री पंजाब और केंद्रीय खाद्य मंत्री श्रीमती हरसिमरत कौर बादल सहित मालवे की संपूर्ण अकाली लीडरशिप ने हाज़िरी भरी। सर्व प्रथम तख्त साहिब के गुरुद्वारा माता साहिब कौर, माता सुन्दर कौर तथा गत तीन दिनों से शिअद द्वारा रखवाए श्री आखंड पाठ साहिब के भोग डाले गए। इसके उपरांत तख्त श्री दमदमा साहिब में रागी सिंहों ने शब्द कीर्तन किया। इस समारोह में जहां मालवे के पूर्ण हलकों से हजारों की संख्या में अकाली वर्क र्स शामिल हुए वहां हलका तलवंडी साबो से भी हलके के पूर्व विधायक के निर्देशो पर बड़ी संख्या में अकाली वर्करों ने हाजिरी दी। अरदास समारोह में शिअद के सरप्रस्त स. प्रकाश सिंह बादल और केंद्रीय खाद्य मंत्री श्रीमती हरसिमरत कौर बादल भी विशेष तौर पर शामिल हुए। तख्त श्री दमदमा साहिब के हैड ग्रंथी भाई गुरजंट सिंह ने नवंबर 84 हत्याकांड में मारे गए सिक्खों की आत्म शान्ति के इलावा पीड़ित परिवारों की चढ़तीकला, हत्याकांड के दोषियों को सजाएं देने, श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की गत समय में हुई बेअदबी के दोषियों को सजाएं मिलने संबंधित और सिक्ख इतिहास के साथ छेड़छाड़ के दोषियों को सजाएं देने बारे अरदास की गई। अरदास के उपरांत अपने संक्षिप्त संबोधन में तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने नवंबर 84 हत्याकांड को पूर्व निश्चित साजिश के अंतर्गत करवाई गई सिक्ख नसलकुशी इकरार देते संपूर्ण सिक्ख कौम को धार्मिक, राजनैतिक और आर्थिक तौर पर मजबूत होने का आह्वान किया। समारोह के उपरांत पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए स. प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि नवंबर 1984 हत्याकांड दुनिया में एक मात्र उदाहरण है कि सरकार ने ही अपनी प्रजा में शामिल सिक्खों का बेरहमी के साथ हत्याकांड करवाया जिस कर के शिअद द्वारा आज सभी तख्त साहिबान और अकाल पुरुष वाहेगुरू के आगे नवम्बर 84 हत्याकांड के दोषियों को सजाएं देने और गत समय में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी की घटीं घटनाओं के दोषियों को सजाएं देने सम्बन्धित अरदास व प्रार्थना की गई है। उन्होंने उम्मीद प्रकट की कि वाहिगुरू संगतों की अरदास सुनेंगे और जल्द दोषियों को सजाएं भी मिलेगी। इस अरदास समारोह में सिकन्दर सिंह मलूका, जनमेजा सिंह सेखों और परमिन्दर सिंह ढींडसा तीनों ही पूर्व मंत्री, बलविन्दर सिंह भून्दड़ मैंबर राज सभा, बलराज सिंह भून्दड़ और रोजी बरकन्दी दोनों विधायक, बलकौर सिंह विधायक हरियाणा, जगदीप सिंह नकई ज़िला प्रधान बठिंडा, मनतार बराड़ और बलवीर सिंह घुन्नस दोनों पूर्व संसदीय सचिव, गुरा सिंह तुंगवाली, दर्शन सिंह कोटफत्ता और हरप्रीत सिंह कोटभाई तीनों ही पूर्व विधायक, बलवंत राय नाथ मेयर नगर निगम बठिंडा, जसविन्दर सिंह घुद्दा, अमरजीत सिंह मिंटू सरपंच, यादविन्दर सिंह जैमी पीरकोट, कुलदीप भुख्यांवाली, गुरतेज सरपंच नसीबपुरा आदि हाज़िर थे।