तांत्रिक के कहने पर बलि देने के लिए किया था अपहरण

होशियारपुर, 2 नवम्बर (नरेन्द्र मोहन शर्मा): कीर्ती नगर से अपहरण हुए चार वर्षीय बच्चे की बली देने के लिए अपहरण किया गया था। पुलिस ने आरोपी को बिहार भागने से पहले लुधियाना से गिरफ्तार कर बच्चे को बरामद कर लिया है। उक्त जानकारी पुलिस ने एक प्रैसवार्ता को संबोधित करते हुए जिला पुलिस प्रमुख जे. इलनचेलियन ने दी। उन्हाेंने बताया कि गत दिवस मौहल्ला कीर्ती नगर के निवासी राम यादव जो कि मूल रूप से बिहार के जिला समस्तीपुर के गांव खेरा-खोट अधीन थाना विथान का रहने वाला है, ने पुलिस के पास एक शिकायत दर्ज करवाई थी। उसने बताया था कि उसकी पत्नी बबीता चार वर्षीय बेटे सूरज को साथ लेकर दवाई लेन के लिए निकली थी। उसके मुताबिक जब उसकी पत्नी एक आटा चक्की के पास रुक कर एक रेहड़ी से सब्जी खरीदने लगी तो बच्चे को अपनी गोद से नीचे उतार दिया। इसी दौरान एक अज्ञात युवक उसके बेटे को हत्या की नीयत से अपहरण करके ले गया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि घटना के कुछ समय के बाद आरोपी ने बबीता के फोन पर काल कर कहा कि उनका बच्चा उसके पास है। आरेपी ने अपना नाम रोशन बताया और परिवार को फोन पर धमकी दी कि अगर आप बच्चे की सलामती चाहते हैं तो इसकी सूचना पुलिस को मत देना वो बच्चे को छोड़ने के लिए अपनी शर्ताे को बाद में बताएगा।  एसएसपी ने बताया कि उक्त घटना के सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई। मामले की जांच के लिए एसपी (डी) हरप्रीत सिहं मंढेर की नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। इस विशेष टीम में डीएसपी (डी) राकेश कुमार, डीएसपी (सिटी) अनिल कोहली, थाना मॉडल टॉऊन के प्रभारी भरत मसीह तथा थाना सीआईए के प्रभारी सुखविंदर सिंह को भी शामिल किया गया। ज़िला पुलिस प्रमुख जे इलनचेलियन ने बताया कि पुलिस की विभिन्न टीमों ने इलाके में लगी सीसीटीवी कैमरों से फुटेज लेने के बाद कार्रवाई शुरू कर कुछ टीमों को जालन्धर व कुछ को लुधियाना के लिए रवाना किया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान रोशन कुमार पुत्र जीया लाल निवासी गांव चक इलाहादाद ज़िला विशाली के तौर पर की गई है। एसएसपी ने एक सवाल के जवाब में बताया कि गिरफ्तार आरोपी से दो सिम कार्ड तथा लाल मिर्च, व लाल रंग की मौली धागा बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि प्राथमिक जांच के दौरान पाया गया कि आरोपी ने किसी तांत्रिक के कहने पर बच्चे की बलि देने के लिए अपहरण किया था। उन्होंने बताया कि घटना से दो दिन पहले ही आरोपी बिहार से पंजाब में दाखिल हुआ था और अपहरन करने के बाद उसने बच्चे सहित पुन: बिहार वापिस जाना था। आरोपी को कैसे मिला बच्चे की मां का मोबाइल नंबर : पीड़ित पिता राम यादव ने बताया कि आरोपी ने जब उसके बच्चे का अपहरण किया तो उसने एक कागज के टुकड़े पर अपना नंबर लिखकर वहां फैंक दिया था। घटना के बाद उन्होंने ही उसके बताए नंबर पर सम्पर्क किया तो उनका मोबाइल नंबर उसके पास गया।