बंदी छोड़ दिवस मौके पर आज श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार देंगे राष्ट्र के नाम संदेश


अमृतसर, 6 नवम्बर (अ.स.): श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह बंदी छोड़ दिवस मौके आज सायं 5 बजे श्री हरिमंदिर साहिब की दर्शनी ड्योढी से सिख कौम के नाम संदेश देंगे। इस दौरान शिरोमणि कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने समूचे सिख जगत की बंदी छोड़ दिवस की बधाई देते कहा है कि यह दिवस श्री गुरु हरिगोबिंद साहिब के ग्वालियर की कैद में रिहा होकर श्री अमृतसर पहुंचने की याद में मनाया जाता राष्ट्रीय दिवस है, जो मानवता के पक्ष में आवाज़ बुलंद करने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि 6वें पातशाह जी ने अपने साथ 52 राजों को मुगल कैद में से रिहा करवा कर विश्व के धार्मिक इतिहास में परोपकार की मिसाली उदाहरण पेश की। भाई लौंगोवाल ने बंदी छोड़ दिवस मौके पर आपसी भाईचारक साझ की तंदें मज़बूत करने व मानवता की भलाई के लिए कुदरत की देखभाल की और विशेष ध्यान देने की अपील की है। 
इस दौरान शिरोमणि कमेटी के सचिव स. दिलजीत सिंह बेदी ने बंदी छोड़ दिवस मौके पर श्री हरिमंदिर साहिब में करवाए जाने वाले समारोहों संबंधी जानकारी देते बताया कि आज सायं 5 बजे दर्शनी ड्योढी से श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह सिख कौम के नाम संदेश देंगे, जबकि इस मौके पर शिरोमणि कमेटी प्रधान भाई गोबिंद सिंह लौंगोवाल व सिख कौम की प्रमुख शख्सियतें भी संगत से विचार साझे करेंगी। दोपहर 12 बजे श्री अकाल तख्त साहिब में अमृत संचार होगा। उन्होंने बताया कि गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब दीवान हाल में धार्मिक दीवान शुरू कर दिये गए हैं, जोकि 8 नवम्बर तक लगातार चलेंगे। उन्होंने बताया कि 7 नवम्बर को दोपहर 1 से सायं 5 बजे तक कवीशरी समारोह होगा, जिसमें कवीशरी जत्थे गुर-इतिहास से संगत को जोड़ेंगे। रात 7 बजे से देर आधी रात तक 1 बजे तक ढाडी दरबार होगा व रात को श्री हरिमंदिर साहिब समूह में दीपमाला होगी व रहरास साहिब के पाठ उपरांत आतिशबाज़ी भी चलाई जाएगी।