भारतीय लड़की इसाबेल अपनी किताब ‘धन्यवाद मां’ के लिए सम्मानित 

फ्रैंकफर्ट, 8 नवम्बर (संदीप कौर म्याणी): इसाबेल को उसकी किताब ‘धन्यवाद मां’ के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसाबेल जिसको उसकी बहन सहित जर्मनी के जोड़े द्वारा बिना उसके माता-पिता की आज्ञा से गोद लिया गया था परन्तु जब वह 18 वर्ष की हुई तो उसकी इच्छा अपने जन्म देने वाले अभिभावकों को मिलने की हुई, जिससे वह भारत जाने का फैसला करती है। इसाबेल के इसी सफर को लेकर उसने यह किताब लिखी, जिसको जर्मन लोगों ने बहुत पसंद किया। इसाबेल ने अपनी किताब में तस्वीरों व लिखितों द्वारा भारत के लोगों की मेहमाननबाजी, स्नेह व साथ ही गरीबी को भी बहुत अच्छे ढंग से बयान किया है।