विदेशी पक्षियों को नहीं लुभा रही सुखना झील

चंडीगढ़, 11 नवम्बर (मनजोत सिंह जोत) : चंडीगढ़ में प्रवासी पक्षियों की सबसे ज्यादा पसंदीदा स्थान सुखना झील इस बार प्रवासी पक्षियों को लुभा नहीं सकी। इस बार सुखना झील पर प्रवासी पक्षियों की आमद पिछले वर्ष से काफी कम दर्ज की गई है। कई मीलों दूर से आने वाले इन पक्षियों को सुखना के बदलते हालात अपनी ओर आकर्षित करने में नाकाम रहे हैं। इसका अंदेशा यहां से लगाया जा सकता है कि पिछले वर्ष सुखना झील पर पानी में रहने वाले पक्षी 717 की संख्या में पहुंचे थे, जबकि इस वर्ष केवल 417 पक्षी ही सुखना झील पर पहुंचे हैं। चंडीगढ़ बर्ड क्लब द्वारा पक्षियों की संख्या के बारे में पता लगाने के लिए सुखना झील और नज़दीकी जंगली क्षेत्र में जनगणना की गई थी। हालांकि इस बार पक्षियों की कुल किस्मों में वृद्धि दर्ज की गई। इस बार कुल 98 किस्मों के प्रवासी पक्षी सुखना झील और साथ लगते जंगली क्षेत्र में पहुंचे हैं जबकि पिछले वर्ष 91 विभिन्न किस्मों के पक्षी सुखना झील पर पहुंचे थे। हालांकि प्रवासी पक्षियों का सुखना झील पर फरवरी तक आना जारी रहेगा।सुखना झील पर प्रत्येक वर्ष लद्दाख, साइबेरिया, यूरोप और मध्य एशिया से बड़ी संख्या में पक्षी पहुंचते हैं। चंडीगढ़ बर्ड क्लब के प्रधान एम.एस. सेखों ने बताया कि इस वर्ष काफी तादाद में हुई वर्षा के कारण सुखना झील में पानी का स्तर बढ़ गया, जबकि पानी में रहने वाले पक्षियों को खुराक निचले स्तर के पानी से अच्छी मात्रा में प्राप्त होती है। इस वर्ष पानी का स्तर ऊंचा चले जाने के कारण खुराक की कमी के कारण पक्षियों की आमद का कम होने का एक कारण हो सकता है। उन्होंने बताया कि हालांकि सुखना झील पर पहुंचने वाले पक्षियों की वास्तव संख्या का फरवरी की जनगणना पर ही पता लग सकेगा, क्योंकि अभी पक्षियों की आमद जारी है।